होली संवाददाता पागल सिंह।
सपा-बसपा गठबंधन के दौरान हाजी फजलुर्रहमान ने बसपा से जीत हासिल की थी, जिसमें सपा-बसपा के अलावा अन्य कई दलों को भी सहयोग इनके साथ रहा। बाद में मायावती ने सपा से अपना नाता तोड़ लिया था। लेकिन सहारनपुर सांसद हाजी फजलुर्रहमान सपाईयों एवं अन्य लोगों से आज भी अपना गठबंधन बनाये हुए हैं। आरोप है कि फजलुर्रहमान गैर बसपाई दलों के संगठनों के कार्यक्रमों में लगातार भागेदारी कर रहे हैं, जिसको लेकर हाईकमान पहले से ही गुस्से में था, लेकिन हाल ही में होली मिलन के कार्यक्रमों में शामिल होने से लेकर हाईकमान की नाराजगी ज्यादा बढ़ गई। इन्हें लखनऊ तलब किया गया, लेकिन ये वहां नहीं गये। चर्चाएं हैं कि इससे पहले कि बसपा हाईकमान इन पर कोई कार्रवाई करे, उससे पहले ही ये बसपा को छोड़कर अपना नया दल बनाएंगे और चुनाव के दौरान समर्थन करने वाले लोगों को साथ लेकर चलेंगे।
सभी पाठकों, दर्शको को बताना चाहेंगे कि अभी तक जितनी भी खबरें आपने पढ़ी या सुनी हैं, वो पूरी तरह से मनोरंजन,असत्यता, फरेब, झूठ और मजाक से परिपूर्ण थी। इसका सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है। ये केवल आपके मनोरंजन के लिए, आपका बुद्दू बनाने के लिए और अपना टाइम पास करने के लिए था। बुरा ना मानो होली है, बुरा ना मानो होली है, बुरा न मानो होली है।