सहारनपुर को जहां स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला ही सिटी को स्मार्ट बनाने के लिए करोड़ों का फंड भी मिला दूसरी तरफ नगर निगम सहारनपुर ने लगातार करोडों की लागत से विकास कराने के दावे करते हुए नगर को सहारनपुर नंबर बताने पर तुला है
सहारनपुर को साफ सफाई व शहर में पक्की सड़क निर्माण कार्य को लेकर नंबर वन होने बड़े-बड़े दावे ही नही किए जा रहे बल्कि नगर निगम ने सहारनपुर में बड़े-बड़े बैनर भी लगाए गए हैं सहारनपुर नंबर वन के
लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही है कॉलोनियों में सड़कें टूटी पड़ी है बारिश होने के बाद सड़कों पर पानी भर जाता है इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है
ये नजारा है यहां के वार्ड आठ मतलब बेहट रोड स्थित कालोनी का चौधरी विहार कॉलोनी निवासी 17 साल से सड़क व नाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है।कॉलोनी वासियों का कहना है कि कॉलोनी वासियों ने चकराता रोड पर स्थित टेलीफोन एक्सचेंज के पास से हनुमान नगर तक, 500 मीटर तक कच्ची सड़क को पक्की तारकोल की सड़क बनवाने को लेकर कई बार जिलाधिकारी अखिलेश सिंह , नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ,वार्ड नंबर 8 के पार्षद अनिल कुमार पप्पू से शिकायत कर चुके हैं।
लेकिन इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है जिससे कॉलोनी वासियों में काफी रोष है।
इसके पीछे एक मेन वजह ये भी है की ये इलाका मुख्य मार्ग से हटकर है और सहारनपुर को नंबर वन बनाने या स्मार्ट सिटी बनाने में केवल सामने और फ्रंट पर दिखने वाले स्थानों या मुख्य मार्गो पर ही ध्यान दिया जाना है तो फिर इनका समाधान होने की संभावना तो है ही नहीं।
ऐसा नही है कि केवल एक कालोनी इस नर्क को झेल रही है बल्कि शहर में ऐसे ढेरो गली मोहल्ले के लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। सिटी वेब समय समय पर ऐसे उपेक्षित इलाको के हालात से आपको रूबरू कराता रहेगा , निगम प्रशासन को जगाने की कोशिश करेगा इसलिए की कभी तो नींद टूटेगी इन हुक्मरानों की राहत मिलेगी बस्ती में रहने वालों को