एजेंसी,नई दिल्ली।
देशभर के केंद्रीय विद्यालयों के स्कूल भवनों की सुरक्षा ऑडिट कराई गई है। इसमें 21 केंद्रीय विद्यालय की इमारतों के आंशिक या पूरी तरह से असुरक्षित होने की बात सामने आई है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि असुरक्षित स्कूलों में कक्षाएं नहीं चलाई जाएं।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय संगठन ने भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान और सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के जरिए 10 साल से ज्यादा पुराने स्कूल भवनों के संबंध में तकनीकी ऑडिट किया गया। ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक 21 केंद्रीय विद्यालय भवन असुरक्षित पाए गए हैं। इनमें से 18 आंशिक रूप से असुरक्षित हैं। जबकि, तीन को पूरी तरह से असुरक्षित बताया गया है। पूरी तरह से असुरक्षित पाई गईं इमारतें गुजरात और महाराष्ट्र में हैं। अधिकारी ने कहा कि चार केंद्रीय विद्यालयों में असुरक्षित स्कूल इमारतों को बदले जाने के काम को स्वीकृति दी गई है। इनमें गुजरात की एक और महाराष्ट्र की तीन इमारतें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि असुरक्षित भवनों में स्कूल नहीं चलाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
केंद्रीय विद्यालयों के दशकों पुरानी इमारतों में सबसे अधिक आठ महाराष्ट्र में और तीन असम में हैं। महाराष्ट्र के असुरक्षित आठ भवनों में से तीन का निर्माण 1960 में हुआ था। उत्तर प्रदेश और गुजरात में ऐसे दो-दो भवन हैं। जबकि त्रिपुरा, मेघालय, केरल, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और सिक्किम प्रत्येक में एक असुरक्षित स्कूल भवन है।