एसएल कष्यप।
सहारनपुर। बच्चों को कृमि से मुक्ति दिला कर अनेक रोगों से उनकी रक्षा की जा सकती है और देश के स्वास्थ्य स्तर को उठाया जा सकता है। उक्त विचार सोमवार को योग गुरु पद्मश्री भारत भूषण ने बेरी बाग स्थित नेशन बिल्डर्स अकेडमी में बच्चों और शिक्षकों को सामूहिक रूप से एल्बेंडाजोल खिलाते समय यह विचार व्यक्त किए। इतना ही नहीं बच्चों की झिझक दूर करने के लिए पहले स्वयं एल्बेंडाजोल का सेवन किया और फिर उन्हें कृमि मुक्ति के लिए अपने हाथ से अल्बेंडाजोल खिलाई। उन्होंने बताया कि अच्छे योग साधक साल में दो बार शंख प्रक्षालन की क्रिया करते हैं जिसमें आयुर्वेदिक वनस्पतियों से युक्त पानी का सेवन करके चार खास प्रकार के आसन किए जाते हैं जिससे आंतों में खोखर बनाकर छुपे हुए अमीबा नाम की कृमि भी शरीर से निकल जाती है या नष्ट हो जाती है। इससे पेचिश जैसी बीमारी और मोटापे की समस्या से भी निजात पाई जा सकती है लेकिन क्योंकि हर व्यक्ति ऐसा नहीं करता है इसलिए एल्बेंडाजोल का प्रयोग सबसे सुरक्षित उपाय हैं। योग गुरु ने पल्स पोलियो ड्रॉप्स का उदाहरण देकर बच्चों को इस बात के लिए प्रेरित किया की पोलियो मुक्ति के बाद भारत सरकार का कृमि मुक्ति अभियान नई पीढ़ी को निरोग स्वास्थ्य व बलिष्ठ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आज नेशन बिल्डर्स अकेडमी में स्वामी भारत भूषण की प्रेरणा से उत्साहित होकर 400 से अधिक लोगों ने अल्बेंडाजोल का सेवन किया। इस अवसर पर प्राचार्य इष्ट शर्मा, डॉ आयुष धवन, डॉ अशोक गुप्ता, डॉ आर के यादव, एन के शर्मा,अरविंद शर्मा,विजेंद्र शर्मा, विजय सुखीजा, वरिष्ठ योग शिक्षक सीमा गुप्ता, योग शिक्षक प्रदीप कंबोज, नारायण वर्मा, अभिभावक सुभाष वर्मा आदि मौजूद रहे।