• Home
  • >
  • विश्व लकवा दिवसःहर साल 6 लाख लोग चढ़ रहे इसकी बलि
  • Label

विश्व लकवा दिवसःहर साल 6 लाख लोग चढ़ रहे इसकी बलि

CityWeb News
Tuesday, 29 October 2019 06:01 PM
Views 632

Share this on your social media network

दुनियाभर में 29 अक्टूबर को मनाया जाता है लकवा दिवस
एसएल कश्यप।
सहारनपुर। पैरालाइसिस भारत में बेहद तेजी से फैल रहा है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि एक सर्वे के अनुसार भारत में हर वर्ष 6 लाख से अधिक लोगों की मौत पैरालाइसिस अटैक यानी स्ट्रोक यानी लकवे से हो जाती है। 29 अक्टूबर 2019 को पूरी दुनिया में वर्ल्ड स्ट्रोक डेया लकवा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह से पैरालाइसिस से बचा जा सकता है।
क्या होता है पैरालाइसिस
सहारनपुर के वरिष्ठ डॉक्टर संजीव मिगलानी के अनुसार, पैरालाइसिस एक तरह का अटैक है। जब पैरालाइसिस अटैक आता है तो दिमाग में ब्लड की सप्लाई बंद हो जाती है। इससे दिमाग की नसें या तो बंद हो जाती है या फिर इसके परिणाम ब्रेन हेमरेज के रूप में सामने आते हैं। एक सर्वे के अनुसार पूरी दुनिया में हर वर्ष 1.2 अरब लोग पैरालाइसिस अटैक के शिकार हो रहे हैं। भारत में हर वर्ष करीब 18 लाख लोगों को पैरालाइसिस अटैक होता है और इनमें से करीब साढ़े छह लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। पिछले दिनों हुए एक सर्वे में यह भी बात सामने आई है कि अस्पताल पहुंचने वाले गंभीर रोगियों में से हर छठा रोगी पैरालाइसिस अटैक का शिकार होता है।
क्यों होता है पैरालाइसिस अटैक ब्लड प्रेशर बढ़ने पर पैरालाइसिस अटैक होता है और ब्लड प्रेशर बढ़ने के मुख्य कारण डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान, हृदय की बीमारी या आपकी पारिवारिक इतिहास हो सकता है। ब्लड प्रेशर बढ़ने के ये मुख्य कारण हो सकते हैं। जब ब्लड प्रेशर अधिक बढ़ जाता है तो इसके परिणाम पैरालाइसिस अटैक के रूप में सामने आते हैं।
क्या हैं इसके लक्षण
शरीर के एक हिस्से में अचानक कमजोरी आ जाती है। मरीज चलते समय लड़खड़ा में लगता है। आंखों में धुंधलापन होने लगता है और दो दो चीजें दिखाई देनी शुरू हो जाती हैं। जुबान भी लड़खड़ा नहीं लगती है और आदमी तुतलाने लगता है। हाथ पैर सुन होने लगते हैं और चेहरा भी टेढ़ा होने लगता है।
क्या करना चाहिए मरीजों को
लकवा यानी पैरालाइसिस के रोगी को खाने में हरी सब्जियां खानी चाहिए। मछली खाना भी फायदेमंद होता है। साबुत अनाज और दाल की सब्जी खानी चाहिए। दो-तीन बार ताजे फल भी पैरालाइसिस अटैक के मरीज को खाने चाहिए। शराब और धूम्रपान से बचना चाहिए पैरालाइसिस के मरीज के लिए यह दोनों ही जहर के समान है।
कैसे बचें पैरालाइसिस अटैक से
पैरालाइसिस अटैक से बचना ही इसका सबसे अच्छा उपचार है। पैरालाइसिस अटैक से बचने के लिए ब्लड प्रेशर को नियंत्रण रखना चाहिए। डायबिटीज भी कंट्रोल नहीं चाहिए। मोटापा नहीं होना चाहिए। वाकिंग जरूर करनी चाहिए। शराब नहीं पीनी चाहिए। धूम्रपान बीड़ी सिगरेट आदि नहीं करना चाहिए। हाई कोलेस्ट्रॉल वाली चीजें जैसे बर्गर मोमोज चाऊमीन पिक्चर मीट आदि नहीं खाना चाहिए।

ताज़ा वीडियो


Top 5 News: अब तक की 5 बड़ी ख़बरें
PM Narendra Modi Rally in Saharanpur
Ratio and Proportion (Part-1)
Launching of Cityweb Newspaper in saharanpur
ग्रेटर नोएडा दादरी में विरोध प्रदर्शन - जाम
More +