उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में रेप के बाद जिंदा जलाई गई युवती के शव को रविवार को गांव में ही दफना दिया गया। पीड़तिा के परिवार वाले शनिवार शाम को दिल्ली से शव आने के बाद से ही सीएम योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग कर रहे थे। प्रशासन के कई घंटे तक समझाने के बाद परिवार वाले आखिरकार मान गए और पीड़तिा को दफनाया गया। इस दौरान वहां मौजूद हजारों लोगों की आंखें नम हो गईं। सबकी बस यही मांग थी कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले। इस बीच सरकार ने ऐलान किया है कि पीड़तिा की बहन को सरकारी नौकरी और भाई को हथियार लाइसेंस मिलेगा। इससे पहले पीड़तिा के पिता ने ऐलान किया था कि वह अपनी बेटी को अब जलाएंगे नहीं, बल्कि दफनाएंगे। उन्होंने कहा था, श्हम अपनी बेटी को दफनाएंगे। मैं उसे अब और नहीं जलाना चाहता। मेरी प्यारी बेटी पहले ही जल चुकी है।श् कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार दोपहर पीड़तिा को गांव के बाहरी इलाके में खाली पड़े मैदान में दफना दिया गया।कानून व्यवस्था के मद्देनजर सीतापुर, हरदोई और लखनऊ से पुलिस फोर्स को उन्नाव बुलाया गया है। इसके अलावा दो प्लाटून पीएसी को भी मौके पर तैनात किया गया है। इस बीच यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई का फैसला किया है। रेप पीड़िता की बहन ने इससे पहले मीडिया से कहा, श्जब तक योगीजी यहां नहीं आते हैं मैं अपनी बहन का दाह संस्कार नहीं करूंगी। मैं योगीजी से व्यक्तिगत रूप से बात करना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि आरोपी फांसी के फंदे पर लटकाएं जाएं।श् हालांकि प्रशासन के समझाने पर परिवार मान गया और पीड़तिा का अंतिम संस्कार कर दिया गया।गैंगरेप के दोषियों को सजा दिलाने के लिए संघर्ष कर रही उन्नाव की बेटी को गुरुवार सुबह जिंदा जलाने की कोशिश की गई थी। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस चाहती थी कि रात में ही अंतिम संस्कार हो जाए लेकिन परिवार के लोग नहीं माने। उन्नाव के जिला प्रशासन से बातचीत के बाद रविवार सुबह पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पीड़तिा के पिता ने मांग की है कि या तो मेरी बेटी के हत्यारों को हैदराबाद की तरह से ही एनकाउंटर में मार गिराया जाए या फिर मेरे घर को विस्फोटक लगाकर उड़ा दिया जाए।