-रवि व सिद्वियोग नववर्ष के पहले दिन की शुभता में करेगा बढोत्तरी
-नववर्ष 2020 में बुध राजा और चंद्रमा मंत्री रहेंगे
सिटीवेब अरविंद सिसौदिया।
नानौता। आगामी एक जनवरी से शुरू होने वाला अंग्रेजी नववर्ष 2020 और 25 मार्च से प्रांरभ होने वाला भारतीय नवसंवत्सर विक्रम संवत 2077 में इस बार समानता और अनूठा संयोग देखने को मिलेगा। इन दोनों नववर्ष की शुरूआत ही बुधवार से होगी। इससे पूर्व 2014 में भी नववर्ष का प्रारंभ बुधवार से ही हुआ था।
इसके बाद वर्ष 2022 में भी ऐस संयोग बनेगा।
ज्योतिषाचार्यो की मानें तो नवसंवत्सर में नौ ग्रहों के बीच बनने वाले मंत्रिमंडल में इस बार राजा बुध और मंत्री चन्द्रमा रहेंगे। जिसके चलते पूरे वर्ष कन्या राशि के स्वामी बुधदेव का आधिपत्य रहेगा। जबकि अंग्रेजी नववर्ष का शुभारंभ कन्या लग्न में होगा। इस लग्न पर भी बुध का आधिपत्य है। यह राशि महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती है। इसलिए वर्षभर महिलाओं का प्रभाव रहेगा। संयोग यह भी है कि अंग्रेजी नववर्ष 1-1-2020 का योग 6 है जिसमें बुध के राजा रहते हुए धर्म और आध्यात्म मंे बढोत्तरी होगी, जबकि राजनीतिक हालात थोडे उथलपुथल भरे रहेंगे। रवि व सिद्वि योग भी इन दोनों दिनों की शुभता में बढोत्तरी करने वाले होंगें। जबकि भारतीय नववर्ष 25 मार्च को बुधवार होने के चलते पूरे वर्ष पर्यावरण के क्षेत्र में सुधार लाने के प्रयासों में तेजी आएगी। शतभिषा नक्षत्र में नया वर्ष शुरू होने से पूरे वर्ष बुधवार के दिन कई अहम फैसले देखने को मिलेंगे।
नववर्ष किसके लिए रहेगा फायदेमंद -
नववर्ष किसानों के लिए व युवाओं के लिए फायदेमंद रहेगा। इस दौरान जहां सरकार किसानों के जरूरी कदम उठाएगी तो वहीं किसानों के परिवारों में धनधान्य की आवक में बढोत्तरी होगी। इसके अलावा युवाओं को इस वर्ष रोजगार के अवसर प्रदान होंगे।