सिटीवेब/एसएल कश्यप।
सहारनपुर। भारत से गिरमिटिया श्रमिकों के मॉरीशस लाए जाने की 185 वी वर्षगांठ ने भारत की दो विशिष्ट महिलाओं की मुलाकात भी करा दी। सम्मेलन में भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुईस पहुंची उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल और इसी प्रदेश के सहारनपुर की निवासी अन्तर्राष्ट्रीय महिला योग गुरु व विश्व विख्यात कथक नृत्यांगना आचार्या प्रतिष्ठा की पहली मुलाकात मॉरीशस में ही हो गई। यहां विश्व के सबसे बड़े भारतीय सांस्कृतिक केंद्र में गवर्नरआनंदी बेन पटेल का स्वागत भारत सरकार की तरफ से इस संस्कृति केंद्र की निदेशक व संस्कृति सचिव के रूप में तैनात वरिष्ठ राजनयिक सहारनपुर वासी आचार्या प्रतिष्ठा ने किया। अपने स्वागत संबोधन में आचार्या प्रतिष्ठा ने कहा कि भारत और मॉरीशस समान संस्कृति की जड़ से जुड़े हुए होने के कारण अभिन्न हैं। शायद इसी कारण से मॉरीशस के राष्ट्रपति भी मॉरीशस को लघु भारत कहकर पुकारते हैं। सांस्कृतिक समानता और दोनों देशों रिश्तो की निरंतरता ही वह कारण है कि मॉरीशस के लोग उच्च भारतीय परंपराओं, संस्कारों व संस्कृति को बिसरा नहीं पाए हैं और यही वजह है यहां का भारतीय सांस्कृतिक केंद्र बड़े पैमाने पर सांस्कृतिक आदान-प्रदान का कार्य करते हुए अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए एक सॉफ्ट पावर के रूप में कार्य कर रहा है।आचार्या प्रतिष्ठा ने स्वागत संबोधन में कहा कि विश्व के सब से बड़े भारतीय संस्कृति केंद्र में श्रीमती आनंदीबेन पटेल के आगमन को हम मात्र एक राज्यपाल के आगमन के रूप में नहीं देखते बल्कि यह एक सम्मान प्राप्त शिक्षक, वीरबाला सम्मान पाने वाली सफल एथलीट, गुजरात जैसे राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री व उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य की राज्यपाल जो मधुर तम और सरलतम ह्रदय होते हुए भी दृढ़ तम निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं, ऐसी आदर्श भारतीय नारी का स्वागत करने का सौभाग्य प्राप्त कर रहे हैं। गुजरात में तीन बार मुख्यमंत्री रहे महानायक नरेंद्र मोदी जी की सफल उत्तराधिकारी मुख्य मंत्री रहकर उन्होंने अपनी विलक्षण सामर्थ्य व सबका सहयोग लेने की दक्षता का परिचय दिया है । कल्चरल सेंटर में आयोजित इस प्रवासी भारतीयों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए गवर्नर आनंदी बेन पटेल ने भारत सरकार द्वारा देश व विश्व पटल पर किए जा रहे विशेष कार्यों व प्रवासी भारतीयों के हितों के लिए लिए गए फैसलों की जानकारी दी और भारतीय समुदाय से संवाद के दौरान भारतीयों द्वारा उठाई गई समस्याओं के निदान बताते हुए उनसे भारत सरकार को अवगत कराने का आश्वासन भी दिया। इस अवसर पर मॉरीशस के राष्ट्रपति पामार्सिवाम पिल्ले व्यपोरे की ओर से वहां के स्टेट हाउस में सम्मान भोज भी दिया गया जिसमें वहां के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के अलावा मुख्य रूप से भारतीय प्रतिनिधि गवर्नर आनंदी बेन पटेल, आचार्या प्रतिष्ठा, भारतीय हाई कमिश्नर तन्मय लाल व वहां के संस्कृति मंत्री शामिल रहे ।