सिटीवेब/एसएल कश्यप।
सहारनपुर। बेरी बाग स्थित नेशन बिल्डर्स अकादमी के प्रांगण में अकादमी, मोक्षायतन इंटरनेशनल योगाश्रम व राष्ट्र वंदना मिशन ने संयुक्त रूप से सुरक्षा बलों पर पुलवामा आतंकी हमले की दूसरी वर्षगांठ पर योगगुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण के सान्निध्य में राष्ट्रीय एकता नए दायित्व व्याख्यानमाला के अन्तर्गत विशेष श्रद्धांजलि सभा व संकल्प दिवस का आयोजन किया। इस अवसर पर योगगुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण ने आज के दिन को सच्ची प्रेमंजलि का दिन बताते हुए अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि हमारे गुलाबी प्रेम की खुशबू उसी लाल गुलाबी खून से सनी सौंधी मिट्टी में पलती है जहां देश दीवाने जवान भावनाओं में बह कर घरों से भागते नहीं बल्कि देशवासियों के प्रेम में उनकी रक्षा के लिए सीमाओं पर मौत का आलिंगन कर लेते हैं। वेलेंटाइन डे में सुधार लाते हुए उन्होंने आइए श्वैल इन टाइमश् होने की जरूरत समझाते हुए कहा कि समय रहते न चेते तो देश को बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।
इसके लिए योगगुरु ने युवा साधकों व नेशन बिल्डर्स अकेडमी के छात्र छात्राओं को पांच शपथ भी दिलाई जिसमे देशहित को सर्वोपरि स्थान देना, जातिवाद से ऊपर उठकर अपनी पहचान भारतीय ही बताना, टेलीफोन कॉल में हेलो के बजाय वंदे मातरम वह जय हिंद का प्रयोग करना, सैनिकों अर्धसैनिक बलों का सम्मान और यात्रा के समय उनके लिए सीट छोड़ना व धन का अपव्यय रोककर सैनिक परिवारों को आर्थिक मदद की शपथ शामिल रही।वैलेंटाइन डे के प्रचलन की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रेम को जानने के लिए सबसे पहले स्वयं से, माता पिता व गुरु से, परमेश्वर व उसके बनाए जीवों से और सर्वोपरि स्वदेश से प्रेम करना सीखना होगा। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत प्रेम व वासना में बाल भर का अंतर होता है, प्रेम आनंद का स्रोत है तो वासना कुंठा व अपराध का। योगगुरु ने कहा कि भारत प्रेम का देश है जहां कृष्ण - सुदामा, राधा - कृष्ण, मीरा - कृष्ण, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल और अशफाक के आध्यात्मिक प्रेम ने दुनिया को प्रेम की परिभाषा सिखाई है। उन्होंने कहा कि प्रेम लूटना नहीं लुटना सिखाता है तभी तो धर्म व देश के लिए हम जान लुटाने में गौरव अनुभव करते रहे हैं। उन्होंने १४ फरवरी को सच्ची प्रेमांजलि का दिन बताया और कहा कि प्रेम का आनंद लेने के लिए इसे किसी व्यक्ति विशेष तक सीमित न रखकर हम प्रेम का दायरा बढ़ाना सीखें और आज गत वर्ष इसी दिन हुए पुलवामा हमले के ४४ शहीदों को कृतज्ञता से याद अवश्य करें जिन्होंने हमारी व हमारे देश की रक्षा में अपनी जानें लुटा दी। आज श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के अलावा ध्यान प्रमुख विजय सुखीजा, अरविंद शर्मा, अमिताभ वर्मा, योग शिक्षा प्रमुख अनीता शर्मा, सीमा गुप्ता, मंजू गुप्ता, राजन टोंक, डॉक्टर आयुष धवन, डॉ अशोक गुप्ता, नंद किशोर शर्मा, सुरभि सेठी, शुभम धवन, अजय यादव, प्रियंका शर्मा,पवन अरोड़ा, खुशबू, ऋतु, पवन सेठी, मिथिलेश शर्मा, रौक्सी सिंह, विशाल गुलाटी, रमन पपनेजा, सुगंध, अभियंता पवन कुमार आदि ने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।