सहारनपुर। स्वामी कालेंद्रानंद ने कहा कि अहोई अष्टमी के व्रत से पुत्रों का कल्याण होता है। पुत्रवति महिलाओं को अहोई का व्रत रखना चाहिए।
राधा विहार स्थित महाशक्तिपीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में अहोई अष्टमी पर महिलाओं ने स्वामी कालेंद्रानंद महाराज के सानिध्य में पूजा अर्चना की। इस मौके पर स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने बताया कि अहोई का व्रत विशेष फलदायक है। यह व्रत पुत्रों की सुख, समृद्धि एवं विशेषतः सुरक्षा के लिए रखा जाता है। उन्होंने बताया कि अहोई अष्टमी मूलतः मां भगवती पार्वती का ही रूप है। जो पुत्रों का कल्याण करती है। यह सनातन धर्म की अति प्राचीन परम्परा है। अहोई अष्टमी व्रत रखकर सभी महिलाएं अपने पुत्रों की सुख की कामना करती हैं। यह व्रत परम्परा सनातन धर्म की धुरी है। इस अवसर पर राजेश्वरी, वर्षा, किरण, बबीता, बाला, ललतेश, बबीता, माया, सरिता, कमला, कुसुम, पूजा, रविता, रोमा, कमला, कविता, ममता आदि मौजूद रहे।