जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता अब बिहार विधानसभा में ड्रामा कर रहे हैं. जब मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने बिहार विधानसभा में माफी मांग ली है, तो फिर भाजपा नेताओं का ये हंगामा ड्रामा ही है. इनके इस ड्रामे से ही विधानमंडल की कार्यवाही नहीं हो रही है. ये सच है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार न किसी को बचाते हैं और न ही किसी को फंसाते हैं. नीतीश कुमार के राज में कोई भी रसूखवाला हो, अगर वह अपराधी है तो उसे सजा मिली है. उसे किसी तरह से बचाया या फिर बचने नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि हाल में जो भी घटनाएं हुई है उसमें पुलिस और कानून ने सफलता पायी है.
विधानसभा में जिस तरह से भाजपा विधायक लालबाबू गुप्ता ने आपत्ति जनक शब्दों का इस्तेमाल किया है, उसकी जवाबदेही कौन लेगा? एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ना तो किसी को बचाते हैं और न ही फंसाते हैं. भाजपा को बिहार में अपराध तो याद रहता है, लेकिन उसके आरोपी कब पकड़े गये वो याद नहीं रखते हैं. विशेश्वर ओझा, बृजनाथी सिंह और दो इंजीनियरों की हत्या में पुलिस ने तुरंत सफलता पा ली थी. सभी अभियुक्तों को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार किया.
नीतीश कुमार के राज में जिस विधायक या नेता पर भी आरोप लगे, उसे कानून के तहत सजा हुई है. नीतीश कुमार के राज में रहकर कोई भी ओहदेदार बच नहीं सकता है और सरकार ना उसे बचाने की कोशिश करती है. संजय सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार देश के ऐसे नेता हैं जिन्होंने अपनी राजनीति को मर्यादित रखा है और कभी किसी को अपने शब्दों से आहत तक नहीं किया है. राजनीति में जितना महत्व अपनी बातों का होता है वो किसी क्षेत्र में नहीं होता है, क्योंकि जनता किसी नेता की बातों पर ही विश्वास करती है और वो ही यदि अमर्यादित हो जाते हैं तो फिर जनता का विश्वास नेता के साथ-साथ राजनीति से उठ जाता है.
सदन चलाना सभी की जिम्मेवारी : अरविंद
पटना. जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि सदन चलाना सत्ता और विपक्ष की सामूहिक जिम्मेवारी होती है. मंत्री अब्दुल जलील मस्तान के मुद्दों को आधार बनाकर सदन का बहिष्कार करना विपक्ष का जनता के प्रति अपने उत्तरदायित्व का बोध नहीं होना दरशाता है. मंत्री मामले को महागंठबंधन पार्टी के सभी शीर्ष नेताओं ने गलत बताया और खेद जताया फिर भी हठधर्मिता से सदन में प्रदर्शन करना अनुचित है.