फोटो समाचार 02- फीता काटकर शुभारंभ करते बीएसए व ग्रामीण
फोटो समाचार 03- स्मार्ट क्लास में पढते बच्चे
-बीएसए रमेन्द्र सिंह ने फीता काटकर व बटन दबाकर किया शुभारंभ
- अध्यापकों के सहयोग से तैयार हुई है स्मार्ट क्लास
सिटीवेब अरविंद सिसौदिया।
नानौता। बालदिवस पर नानौता ब्लाक के ग्राम भारीदीनदारपुर के प्राथमिक विद्यालय के स्कूली शिक्षकों ने छात्र-छात्राओं को स्मार्ट क्लास का तोहफा प्रदान किया है। जिसके चलते पूरे ब्लाक का पहला स्मार्ट क्लास वाला स्कूल होगा। बृहस्पतिवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेन्द्र सिंह ने स्कूल पहुंचकर इसका शुभारंभ किया। तो स्कूली छात्र-छात्राओं सहित उनके परिजनों की खुशी का ठिकाना न रहा।
क्या बोले बेसिक शिक्षा अधिकारी -
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेन्द्र सिंह ने स्मार्ट क्लास का उद्घाटन फीता काटकर व बटन दबाकर किया। इस दौरान उन्होनंे कहा कि यदि सभी विद्यालय इस प्रकार से कार्य करेंगे तो कोई भी सरकारी विद्यालय प्राइवेट विद्यालयों से पीछे नहीं रहे पाएंगे। सरकारी स्कूलों में पढने वाले छात्र-छात्राएं भी प्राइवेट स्कूलों में पढने वालें बच्चों का दृढता के साथ मुकाबला कर पाएंगे। उन्होनें जिले के सभी सरकारी विद्यालयों के अध्यापकांे से आह्वान किया कि सभी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान दें। अध्यापकों द्वारा किए गए स्मार्ट क्लास के सहयोग की बीएसए द्वारा जमकर प्रशंसा की गई। इस दौरान पूर्व प्रधान नेत्रपाल सिंह, कंुवर रविन्द्र सिंह, सुधीर राणा, प्रधान पवनसिंह, नीरज सिंह, शीशपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।
शिक्षक बोलें बच्चों को स्मार्ट बनाना उद्देश्य -
अब वो दिन दूर नहीं रहेगा जब गांव के प्राथमिक विद्यालय में पढने वाले छात्र-छात्राएं शहरों के बडे स्कूलों में पढने वाले बच्चों से पीछे रह पाएंगे। क्योंकि शिक्षकों की लगन और जोश से अब सरकारी विद्यालयों में भी स्मार्ट क्लास चलेंगी। इसका पहला उदाहरण नानौता ब्लाॅक के गांव भारी दीनदारपुर का प्राथमिक विद्यालय बना है। जहंा स्कूली छह अध्यापकों प्रधानाचार्य सतीश राणा, नवनीत गहलोत, दीपक शर्मा, उमेश कुमार, संदीप राणा, बुशरा नाज व शिक्षा मित्र ब्रहमेश सिंह द्वारा आर्थिक सहयोग प्रदान कर प्राथमिक स्कूल के कक्षा एक से 5 तक के बच्चों के लिए बडी एलईडी, प्रोजेक्टर लगाकर पूरे ब्लाक में पहला स्कूल बनने का सौभाग्य प्राप्त किया। प्रधानाचार्य सतीश राणा के मुताबिक स्मार्ट स्कूल बनाने में अध्यापकों का सबसे बडा योगदान रहा है। स्मार्ट क्लास लगाने के साथ-साथ आफिस को मेंटेन के साथ कक्षाओं की दीवारों पर पेन्ट, टीएनएम, विद्यालय में फुलवारी तथा ग्राम प्रधान के सहयोग से बच्चों के बैठने की एवन क्लास सीटे लगाई गई है। जबकि जल्द ही विद्यालय में वाटर कूलर की व्यवस्था की जाएगी।
ब्लाॅक में कुल 15 विद्यालय बने इंग्लिश मीडियम -
प्रधानाचार्य सतीश राणा ने बताया कि नानौता ब्लाॅक में कुल 15 विद्यालय भारीदीनदारपुर, भोजपुर, नानौता प्रथम व द्वितीय, टिकरोल, उमाही, बडगांव, महेशपुर, दल्हेडी, खुदाबक्शपुर, शिमलाना, चैरा, आभा, अनंतमऊ, जूनियर स्कूल दादनपुर को सरकार द्वारा बनाया गया है। लेकिन पूरे ब्लाॅक में भारीदीनदारपुर ही पहला प्राथमिक विद्यालय बना है जिसमें सबसे पहले स्मार्ट क्लासेस अध्यापकों के सहयोग से शुरू की गई है।