सिटीवेब/एसएल कश्यप।
सहारनपुर। सहारनपुर में हवा-पानी,पर्यावरण, स्वच्छता व कूड़ा निस्तारण, विद्युत आपूर्ति, पेयजल, यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था, बैंकिंग सेवाएं तथा पार्को की स्थिति आदि वे मूलभूत सुविधाएं जो नागरिकों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाती हैं, वे सब अन्तर्राष्ट्रीय मानकांे की तुलना में किस स्थिति में है। सीधे-सीधे शब्दों में सहारनपुर शहर कैसा है, रहने लायक है या नही? इन सब सवालों को लेकर शहर के नागरिकों को स्मार्ट सिटी के एमपीआई व ईओएल के अंतर्गत अपना फीड बैक देना है। नगरायुक्त ने बताया कि फीड बैक के लिए क्यू.आर. कोड युक्त पोस्टर व बैनर शहर में लगवाये जा रहे है। जिनसे उक्त कोड़ को अपने मोबाइल से स्कैन करने पर लोग भारत सरकार द्वारा संचालित सिटीजन फीडबैक पेज पर पहुंच जायेंगे। नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने पत्रकारों को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि एक फरवरी से शुरु हुआ ये फीड बैक 29 फरवरी तक चलेगा। उन्होंने शहर केे सभी नागरिकों से अपील की कि जिस प्रकार उन्होंने स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में बढ़-चढ़ कर अपना सहयोग दिया है उसी प्रकार एमपीआई(म्युनिसपिल परफॉर्मेन्स इंडेक्स) व ईओएल (इज ऑफ लीविंग) के तहत किये जाने वाले इस फीड बैक में भी सक्रियता के साथ सहयोग करें। उन्होंने बताया कि सहारनपुर में हवा पानी की स्थिति देश के अन्य शहरों की अपेक्षा बहुत अच्छी है। निगम द्वारा नगर में सड़कों के निर्माण का कार्य भी लगभग पूर्ण कर लिया गया है।
नगरायुक्त ने बताया कि आई.सी.सी.सी. (कमाण्ड ऑफिस) प्रोजेक्ट भी जल्दी ही शुरू हो जायेगा, तब यहीं बैठे पता लगाया जा सकेगा कि कहाँ पानी का लिकेज है, कहाँ कूड़ा नही उठा है और कहाँ ट्रैफिक जाम है। उन्हांेने बताया कि जल्दी ही सिटी बस सेवा भी शुरू करा दी जायेगी, सहारनपुर को 50 बसें आवंटित हो गयी है। शहर के ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने के लिए भी ठोस कदम उठाये जा रहे हैं। शहर में आठ हजार वेन्डर चिन्हित किये गये है, जिनके लिए वेन्डर जोन बनाये जा रहे हैं। नगर आयुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि सहारनपुर को मार्च माह तक कूड़ा मुक्त शहर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सभी 70 वार्डो में नगर निगम की कूड़ा गाड़ी जायेगी और वहाँ से कूड़ा लेकर सीधे डम्पिंग स्थल पर पहुँचायेगी। इसके लिए 10 गाड़ियां खरीदी जा चुकी हैं तथा 40 गाड़ियां और खरीदी जायेगी। उन्हांेने बताया कि रिडयूज, रिसाइकिल और रियूज के सिद्धान्त पर आर.एम.एफ. सेन्टरों पर गीला कूड़ा और सूखा कूड़ा अलग कर उसमें से गीले कूड़े से खाद और सूखे कूड़े की रिसाइक्लिंग कर कम से कम कूड़ा उत्पादित हो, यह निगम का प्रयास है। उन्होनें बताया कि नगर निगम नागरिकों को बेहतर सेवायें देने के लिए तत्पर है, इसके लिए शिकायत प्रकोष्ठ का गठन किया गया है जहाँ 18001803316 (टोल फ्री) व 8477008027 नम्बरों पर पानी लिकेज, सफाई व बिजली आदि की शिकायत दर्ज करायी जा सकती है। निगम द्वारा 24 घण्टे के भीतर उनका समाधान किया जायेगा। उन्होंने बताया कि दो सबसे बड़े पार्को-नेताजी सुभाष पार्क व गाँधी पार्क सहित शहर के सभी 162 पार्को का सौन्दर्यीकरण व उनमें अन्य सुविधाओं के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है तथा ए.बी.डी. योजना में आठ पार्कों पर सात करोड़ रूपये खर्च किये जायेंगे। इनमें जिम से लेकर बच्चों के खेलने तथा लोगों के टहलने तक समस्त सुविधायें उपलब्ध करायी जायेगी। एक प्रश्न के उत्तर में नगरायुक्त ने बताया कि ग्रीन सिटी, क्लीन सिटी व प्लास्टिक मुक्त सहारनपुर के लिए नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य से नगर के छात्र-छात्राओं ने नाटकों, नुक्कड़ नाटकों, वॉल पेन्टिंग व सोशल मीडिया और समूह में विचार विमर्श के माध्यम से भागीदारी की है जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आये है।
फीडबैक देने की प्रक्रिया
शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाये गए बैनर व पोस्टरों पर भारत सरकार द्वारा प्रदत्त क्यू.आर.कोड व यू.आर.एल. (म्व्स्2019.वतह ध्बपजप्रमदमिमकइंबा) दिया गया है। आपको केवल इतना करना है कि अपने मोबाइल में गूगल पर जाकर उक्त यू.आर.एल (म्व्स्2019.वतह ध्बपजप्रमदमिमकइंबा) कोड को टाइप करना है। इतना करते ही आप भारत सरकार द्वारा संचालित सिटीजन फीडबैक पेज पर पहुंच जायेगें। इस पेज पर दो कॉलम दिखाई देगें एक स्टेट का चुनाव करने के लिए और दूसरा नगर निगम का चुनाव करने के लिए होगा। आपके द्वारा सहारनपुर नगर निगम का चुनाव करने के बाद आपसे आपकी आयु तथा गत छः माह से आप सहारनपुर के निवासी है या नही ये पूछा जायेगा। आपके हाँ में उत्तर देने पर आपका नाम, आपका मोबाइल नम्बर तथा आप स्त्री है या पुरूष यह पूछा जायेगा। इन कॉलम को भरने के बाद आप प्रोसीड बटन किल्क कर आगे बढेगें तो आपके सामने फीडबैक देने के लिए प्रश्नावली खुल जायेगी।