-राष्ट्रीय पर्व पर स्कूली बच्चों को मिष्ठान बांटने के लिए नहीं मिलता सरकार से कोई पैसा
सिटीवेब/अरविंद सिसौदिया।
नानौता। गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रा दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व का महत्व सभी विद्यार्थियों को पता लग सके। इसके लिए समारोह को मनाएं जाने के लिए सरकार द्वारा सभी स्कूलों में आदेश दिए जाते है। लेकिन इस दिन स्कूलों में बच्चों को बांटे जाने वाला मिष्ठान आदि की व्यवस्था गुरूजनों को अपनी जेब से ही करनी होती है।
देश के आजादी के बाद से ही सभी प्राथमिक विद्यालयों, पूर्व माध्यमिक व जूनियर विद्यालयों, काॅलेजों, आदि जगहों पर राष्ट्रीय पर्व मनाएं जाने की परंपरा चली आ रही है। इस दिन स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते है। मुख्य अतिथी भी बनाएं जाते है। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद स्कूली बच्चों को मिष्ठान भी वितरण किया जाता है। लेकिन विशेष बात यह है कि बच्चों को वितरण किए जाने वाले इस मिष्ठान के लिए सरकार की और से कोई ग्रांट उपलब्ध नहीं कराई जाती है। इसके लिए स्कूली अध्यापक मिष्ठान वितरण पर आने वाले खर्च को आपस मे मिलकर वहन करते है। इस संबध में खंड शिक्षा अधिकारी इन्द्रजीत सिंह का कहना है कि सभी स्कूलों में गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण किया जाएगा। उन्होनें बताया कि सरकार की और से राष्ट्रीय पर्व पर कोई ग्रांट नहीं दी जाती है। इस दिन सभी शिक्षक आपस में मिष्ठान आदि पर आने वाले खर्च को मिलजुल कर इस पर्व को मनाते है।