-फल विक्रेताओं के मुताबिक पहले भी कई दुकानदारों से चालान का डर दिखा ले चुका है मुफ्त फल
सिटीवेब/अरविंद सिसौदिया।
नानौता। नगर निगम, सहारनपुर का कर्मचारी बनकर नानौता पंहुचे एक युवक को छापेमारी अभियान की एवज में मुफ्त फल लेना उस समय भारी पड गया जब वहां मौजूद लोगों ने पकडते हुए जमकर खरी-खोटी सुना डाली। जिसके बाद हालत बिगडते देख युवक वहां से मौका पाकर फरार हो गया।
रविवार को नगर के संजय चैक स्थित एक फल विक्रेता प्रवेज मंसूरी पुत्र शकरू की दुकान पर एक युवक पंहुचा। इस दौरान प्रवेज के स्थान पर उसका छोटा भाई बैठा हुआ था। जहां उक्त युवक ने फल विक्रेता से पहले तो करीब 250 रूपए के फल पैक कराते हुए पाॅलीथीन होने के एवज में 750 रूपए चालान कटवाने की बात कहीं। फल विक्रेता द्वारा जब उसे बताया गया कि जब उसके पास पाॅलीथीन नहीं है तो फिर चालान किस बात का कटेगा। जिस पर उक्त युवक द्वारा रोब जमाते हुए कहा गया कि वह सहारनपुर नगर निगम का कर्मचारी है जो गुप्त रूप नगरों व क्षेत्र में जाकर छापेमारी करता है। जब यें बातें चल ही रही थी कि इसी दौरान दुकान स्वामी प्रवेज मंसूरी मौके पर पंहुच गया। जिसने तुंरत ही उक्त युवक को पहचानते हुए कहा कि वो उसके फल के पैसे दे। इसी बात को लेकर वहां पर हंगामा हो गया और काफी संख्या में दुकानदार व लोग वहां एकत्रित हो गए। जिसके बाद नगर निगम का कर्मचारी बताने वाले युवक को काफी भला-बुरा कहा गया। इसी दौरान अपने आप को घिरा देख आरोपी युवक वहां से अपना नाम कुलदीप कुमार बताते हुए मौका पाकर फरार हो गया। पीडित दुुकानदार प्रवेज मंसूरी ने बताया कि उक्त युवक पहले भी उसे चालान काटने की बात कहकर 150 रूपए के फल मुफ्त में ले जा चुका है। जबकि उसके अलावा कई दुकानदारों को अपना शिकार बना चुका है। तो वहीं इस संबध में नगर पंचायत चैयरमैन पति सरफराज अख्तर का कहना है कि नगर पंचायत सीमा के अंदर नगर निगम के किसी भी कर्मचारी को ऐसा करने का अधिकार नहीं है।