सिटीवेब/एसएल कश्यप।
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मनाए जा रहे श्री बालाजी धाम के 12वें वार्षिकोत्सव के तहत मंगलवार की सुबह जहां श्री बालाजी महाराज की विशेष पूजा अर्चना की गई, वहीं दोपहर में परम पूज्य गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के श्रीमुख से दिव्य सत्संग अमृत वर्षा हुई। इस दौरान गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज द्वारा श्री बालाजी धाम में गीता माता की विधिवत स्थापना भी की गई।
आपको बता दें कि श्री बालाजी सेवा समिति के तत्वाधान एवं गुरु श्री अतुल जोशी जी महाराज के सानिध्य में बेहट रोड स्थित श्री बालाजी धाम का 12वां वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। महोत्सव के तहत मंगलवार की अपरान्ह तीन बजे से दिव्य सत्संग अमृत वर्षा का आयोजन किया गया। आचार्य शुभम कौशिक एवं अन्य आचार्यजनों ने विधि विधान से पूजन संपन्न कराया। जिसके बाद स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की वाणी विश्व वंदनीय श्री गीता जी की स्थापना बालाजी धाम में की गई। इसके बाद श्री बालाजी धाम के संस्थापक गुरु श्री अतुल जोशी जी महाराज एवं गुरु माता श्रीमती अरुणा जोशी ने व्यास पीठ की पूजा अर्चना की। इससे पूर्व जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे, भाजपा नेता राजकुमार राजू, पवन किनरा, पुनीत अनेजा और देव कुमार ने दीप प्रज्जवलित किया। श्री अतुल जोशी जी महाराज ने सभी यजमान का पटका पहना कर स्वागत किया।
दिव्य सत्संग की अमृत वर्षा करते हुए स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि श्री भागवत गीता ज्ञान का भंडार है। जहां गीता की अमृत वर्षा होती है, वहां स्वयं भगवान श्रीकृष्णा विराजमान रहते हैं। गीता हमें कर्म करने का संदेश देती है तो अथाह ज्ञान भी प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि जब भगवत गीता उनके हाथ में होती है तो ऐसा लगता है कि मेरे कृष्ण मेरे पास हैं और मुझे उपदेश दे रहे हैं। गीता के हर शब्द में गोविंद हैं। गीता साक्षात गोविंद की वाणी है। उन्होंने कहा कि महाभारत काल में जितना महत्व गीता का था, उससे कहीं अधिक आज गीता की प्रासंगिकता है।
इस दौरान अरविंद जैन, सुरंजन चैधरी, धर्मपाल, अशोक शर्मा, विवेक गुप्ता, रेणू विजन, रजनी वालिया, उषा पांचाल, शुभम, अनिल सैनी, पंडित खेमराज मिश्रा, गोविंद जोशी, शीला विजन, धर्मपाल, राधेश्याम यादव, अयोध्या प्रसाद, अखिल महेश्वरी, अक्षय सैनी, निमिश बतरा, सतीश शर्मा, चंद्रप्रकाश, नवीन वालिया, सुभाष, रामप्रसाद शक्ला, विनोद आदि उपस्थित रहे।