सहारनपुर। विश्व क्षय रोग दिवस पर आयोजित गोष्ठी में जनपद को टीबी मुक्त अभियान में सहयोग देने वाले स्वच्छता कर्मियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया और इस अभियान में और अधिक सहयोग का आह्वान किया।
जिला चिकित्सालय के टीबी सेनिटोरियम हाल में जिला क्षय रोग केन्द्र पर जिला क्षय रोग विभाग एवं सीबीसीआई कार्ड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य मण्डल डॉ.एके दुआ व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.बीएस सोढी ने बताया कि 24 मार्च 1882 को वैज्ञानिक डॉ.रॉबर्ट कॉक ने टीबी जीवाणु की खोज की थी और उनकी स्मृति में विश्व भर में पिछले सौ वर्षो से विश्व क्षय रोग दिवस मनाया जाता है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.राजेश जैन ने बताया कि पुनरीक्षित राष्ट्रीय पर्व के अंतर्गत कार्यक्रम में जनवरी 2003 से शुरू किया गया था। उस समय मरीजों की सुविधा के लिए जनपद में 27 माइक्रोस्कोपिक केन्द्र एवं 18 टीयू संचालित है। इस दौरान पं.राघवेन्द्र स्वामी, ज्ञानी वीर सिंह, आईएमए अध्यक्ष डॉ.सुनील शर्मा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.सुनील वर्मा, डॉ.एनसी कातयान, डॉ.बीएस पुंडीर, डॉ.एसके यादव, डॉ.ओपी गुप्ता, डॉ.रंजना चौधरी ने भी टीबी कन्ट्रोल कार्यक्रम की जानकारी दी।
इस मौके पर सीबीसीआई कार्ड संस्था द्वारा हस्ताक्षर अभियान का आयोजन भी किया गया।
संस्था के जिला समन्वयक मोनू शर्मा ने चिकित्सा अधिकारियों को विश्व क्षय रोग दिवस पर टीबी मुक्त अभियान में सहयोग करने वाले लोगों को स्मृति चिन्ह भेंट किये। इस मौके पर नाट्य संस्था पपेएट थियेटर एसोसिएशन द्वारा टीबी जागरूकता पर लघु नाटक का मंचन किया गया, जिसमे डॉ. विनोद कुमार, डॉ.आशीष कुमार, डॉ.केपी श्रीवास्तव का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ क्षय रोग लैब पर्यवेक्षक एमपी सिंह चावला ने किया। कार्यक्रम में मतुकेश कुमार, ओमप्रकाश, परविन्द्र कुमार, अशोक पंवार, अरविंद कुमार, आशुतोष शर्मा, सजनीत सिंह, संजय, अभिषेक, प्रदीप शर्मा, गरिमा, विनोद, शाहनवाज आदि ने भाग लिया।