सहारनपुर। जनपद में बुखार ने अपने पांव पसारे हुए हैं। वहीं बुखार से जिले के लोगों में दहशत बनी हुई है। रविवार को रामपुर मनिहारन क्षेत्र के गांव नाइनगली उर्फ माजरी में बुखार से एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत हो गई है।
जबकि चार दिन पूर्व ही इस घर में एक बच्चे की बुखार से मौत हो चुकी है। परिवार में लगातार हुई बच्चों की मौत से कोहराम मचा हुआ है। उधर स्वास्थ्य विभाग बुखार से हो रही इन मौत के बाद हरकत में आया और जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कैंप लगाकर रोगियों की चेकिंग की जा रही है।
एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत होने से इलाके में दहशत का माहौल है। गौरतलब है कि बुखार जनपद में अब तक 70 से अधिक लोग को मौत की नींद सुला चुका है।
बोहडूपुर में शनिवार को बुखार से महिला की हुई थी मौत
इससे पहले शनिवार को नागल सीएचसी के तहत आने वाले गांव बोहडूपुर में बुखार से पीड़ित एक महिला की मौत हो गई जबकि बड़ी संख्या में ग्रामीण बुखार से पीड़ित हैं।
गांव में महिला की बुखार से मौत के बाद हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को गांव में कैंप लगा कर रोगियों की जांच की।
जानकारी के अनुसार 25 वर्षीय अन्नू पत्नी अंकित उपाध्याय पिछले एक सप्ताह से बुखार की चपेट में थी। जिसका इलाज पीजीआई पिलखनी चल रहा था। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
इसके अलावा गांव में अब्दुल हमीद, जैद, मोनू, विनीत, आकाश, रजत, अतर सिंह, सुरेंद्र, हंसराज, राधा, शिवकुमार, सोनी, विशाल, माया, श्रवण, कंवरपाल, निशांत, बेबी, दुष्यंत, श्रीपाल, रूपवती समेत करीब 60 लोग बुखार से पीड़ित हैं। इनमें से ज्यादातर का इलाज सहारनपुर के निजी अस्पतालों में चल रहा है।
ग्राम प्रधान सुनील उर्फ सोनू सैनी ने बताया कि उन्होंने मौखिक रूप से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सकों को सूचना दी लेकिन कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए केवल गांव में फागिंग कराई गई थी।