सिटीवेब/एसएल कश्यप।
सहारनपुर। उ0प्र0 विधान परिषद की “खाद्य पदार्थों में मिलावट और नकली दवाओं के प्रचलन से जनजीवन की स्वास्थ्य समस्याओं पर रोकथाम” हेतु गठित समिति के सभापति साहब सिंह सैनी ने कहा कि इस समिति का उद्देश्य खाद्य पदार्थों में मिलावट और नकली दवाओं के प्रचलन में पूरी तरह से रोक लगाना है।
सर्किट हाऊस में पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होने कहा कि मिलावट के संबंध में जो बीमारियां होती है, उससे मजदूर, व्यापारी आदि के अलावा समाज के कई वर्ग मिलावट की बीमारी से पूरी तरह से ग्रस्त है। उन्होंने कहा कि मानव समाज को मिलावट रहित और स्वास्थ्य वर्धक खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होने पत्रकारों को बताया कि 2014-15 में मिलावट का प्रतिशत 38 प्रतिशत था। जो 2017-18 में बढकर 51 प्रतिशत हो गया। मिलावट के कारण ही एड्स, टी0बी0 जैसी भयंकर बीमारियां पनप रही है। उन्होेने कहा कि मिलावट की प्रभावी रोकथाम हेतु अगर और अधिक उचित कार्यवाही नही हुई तो 2025 तक भारत के 87 प्रतिशत जनता एड्स और कैंसर से पीडित होगी। साहब सिंह सैनी ने कहा कि मिलावटी पदार्थ चाहे दूध से बने हो या किसी अन्य खाद्य पदार्थ सामग्री में सबसे ज्यादा मिलावट यू0पी0 में हो रहा है। मिलावट करने वाले लोग आने वाली पीढी को बरबाद करने का काम करते है। उन्होने कहा कि समिति एक्ट में प्राविधान लाने हेतु भरपूर प्रयास करेगी। उन्होेने कहा कि केवल होली, दीपावली, दशहरा एवं अन्य महत्वपूर्ण त्यौहारों पर मिलावट को लेकर छापेमारी न की जाये। मिलावट की रोकथाम हेतु निरन्तर छापेमारी की जाये। उन्होने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट पर निरन्तर कठोर कार्यवाही करने की जरूरत है। उन्होने अधिकारियों से अपेक्षा की कि मिलावटी पदार्थों को राकने हेतु कागजी कार्यवाही नही होनी चाहिए, जमीन पर कार्यवाही दिखनी चाहिए। इस मौके पर रामवृक्ष सिंह यादव, राजेश यादव एम0एल0सी0, परवेज अली, अमित यादव, सुरेश त्रिपाठी आदि के अलावा भारी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे। इसके पूर्व जिलाधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय एवं नगर मजिस्ट्रेट पंकज वर्मा ने भी सभापति साहब सिंह सैनी से मिलकर अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। सभापति को गार्ड आॅफ आॅनर दिया गया। इस मौके पर नगर मजिस्ट्रेट पंकज वर्मा, अभिहित अधिकारी रंजीत सिंह आदि के अलावा सहायक निदेशक सूचना सुधीर कुमार मौजूद रहे।