सीएम योगी आदित्य के गुरू रहे है महंत अवैद्यनाथ जी
सिटीवेब/अरविन्द सिसौदिया।
नानौता। रामजन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समीति के अध्यक्ष रहे ब्रहमलीन गोरक्षपीठाधीश्वर मंहत अवैद्यनाथ द्वारा जनजागरण अभियान करते हुए 35 वर्षो पूर्व नानौता नगर व क्षेत्र में पंहुचे थे। जहां क्षेत्र में श्रीराम शिला पूजन कराकर एक धनराशि अयोध्या के लिए उपलब्ध कराई थी।
मंहत अवैधनाथ के नेतृत्व में ही वर्ष 1984 में रथों से जनजागरण अभियान का शुभारंभ किया था। रथ प्रदेश में भ्रमण कर रामजन्मभूमि के प्रति लोगों को जागरूक करने में लगे था। इसी दौरान ही मंहत अपनी जनजागरण यात्रा को लेकर नानौता नगर पंहुचे थे। रथयात्रा के दौरान श्रीराम शिलाएं भी पंहुची थी। जिनका उस समय स्वागत योगेशचंद गुप्ता व उनके साथियों द्वारा मंहत जी का स्वागत बडे धूमधाम से किया था। योगेशचंद गुप्ता ने बताया मंहत जी के साथ नानौता क्षेत्र के 56 गांवों में घूमकर श्रीराम शिलाओं का पूजन कराकर करीब 7 हजार रूपए की धनराशि अयोध्या के लिए एकत्र कराएं थे। योगेशचंद गुप्ता ने बताया अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राममंदिर का मार्ग खुल गया है। जिससे वो तथा नगर व क्षेत्र के सभी धर्म के लोग आपसी सौहार्द के रूप में इस निर्णय को देख रहे है। योगेश गुप्ता पूर्व में कार सेवा में दो बार जेल जा चुके है।
कौन थे महंत अवैद्यनाथ -
उत्तर प्रदेश केे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरू व गोरखपुर में स्थित गोरक्षपीठाधीश्वर मंहत व रामजन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समीति के तत्कालीन अध्यक्ष रहे मंहत अवैधनाथ जी द्वारा 21 जुलाई 1984 को रामजन्मभूमि यज्ञ समीति का गठन किया था। जिसमें महंत अवैधनाथ जी को इस समीति का अध्यक्ष चुना गया था। जिसके वें जीवनपर्यंत अध्यक्ष रहे। इसके अलावा वे पांच बार विधायक व एक बार सासंद भी रहे।