सहारनपुर। बेरीबाग स्थित मोक्षायतन अन्तर्राष्ट्रीय योगाश्रम शरद उत्सव व महर्षि बाल्मीकि जयंती का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वच्छता अभियान से हुई। शरद पूर्णिमा पर साध्यकालीन कार्यक्रम में आनन्दवर्धक रास, संकल्प शक्ति व नेत्र ज्योति वर्धक त्राटक और चन्द्र ध्यान साधना के अलावा पित्तरोग नाशक पुष्टिकर खीर, ह्यदयरोग नाशक लवंग सेव, नेत्र ज्योति वर्धक सरसों व ओस बिंदु आदि आयुर्वेदिक प्रयोगों के साथ साथ योग गुरु स्वामी भारत भूषण के सानिध्य में महर्षि बाल्मीकि के जीवन व व्यथा हारी राम कथा का आनंद भी साधक परिवारों ने लिया। इस अवसर पर ज्ञान वर्धक संस्कृत हिंदी अंताक्षरी ने सभी को सक्रिय भागीदारी का आनंद दिया। इस अवसर पर प्रदीप कंबोज के भजन, अभियंता अमरनाथ के हास्य व्यंग्य, साक्षी चैधरी, खुशबू, सुगंध, मुस्कान व सुरभि सेठी की रंगोली व साझा, विजय सुखीजा द्वारा मंदिर की दिव्य सज्जा, सुभाष वर्मा विशाल गुलाटी नारायण वर्मा व गगन फुटेला की यज्ञ व्यवस्था, अक्षत जैन संदीप सक्षम कपिल व रॉक्सी सिंह की चंद्रमा की प्रकाश संयोजन व्यस्था, अरविंद शर्मा द्वारा शरद पूर्णिमा के स्वरूप वर्णन, आचार्या अनीता शर्मा व ललित वर्मा की दीर्घ प्राण शंख ध्वनि के अलावा नन्हे बच्चे दक्ष सचदेव के मंत्रोच्चारण को सभी ने जी भर कर सराहा। शरद पूर्णिमा महोत्सव में मौजूद योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण ने महर्षि बाल्मीकि के जन्मोत्सव की बधाई देते हुए राम मय जीवन बनाने के संस्मरण सुनाये। उन्होंने बताया कि शरद पूर्णिमा की चांदनी पूरे वर्ष की पूर्णिमाओं से अधिक निर्मल व मन को आनंद, चिंतन में उज्जवलता और स्वास्थ्य में निर्मलता देने वाली होती है।