ग्राम प्रधान, लाभार्थी समूह और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कर रहीं सहयोग
जितेंद्र मेहरा।
सहारनपुर। पोषण माह के तहत पोषण वाटिकाओं का निर्माण कराया जा रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी इसकी मानीटरिंग कर रही हैं। वाटिकाओं में हरी सब्जियों को उगाया जाएगा। मौसमी फलों के लिए पौधे रोपे जा रहे हैं।
पोषण वाटिका सुदृढ़ीकरण के तहत जिले की सभी ग्राम सभाओं में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, लाभार्थी समूह की महिला एवं पुरुष सदस्यों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। पोषण वाटिका बनाने के लिए सर्वप्रथम गांवों में बैठकों का आयोजन किया गया। पोषण वाटिका के महत्व और बनाने के तरीकों पर चर्चा की गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी ने इससे होने वाले लाभ भी बताए। गांवों में स्थान का चयन होने पर कौन क्या लगायेगा, वह भी स्वेच्छा से तय किया गया। पोषण वाटिका में पालक, मेथी,बथुआ, चैलाई, मूली,गाजर, शलजम, शिमला मिर्च, बैंगन, टमाटर, मिर्च तथा काशीफल जैसी सब्जी लगाने की सलाह दी गई। नींबू,आंवला,पपीता,अनार, फालसा, जामुन, अमरूद, सहजन के पौधे लगाने के लिए कहा गया। पोषण वाटिका में जैविक खाद के इस्तेमाल को प्राथमिकता देने के लिए कहा गया। बताया गया कि जिसके पास जितनी जगह है, उसके अनुसार फल के पौधे अथवा मौसमी सब्जी का चयन करें। नियमित रूप से सब्जी व फल भोजन में प्रयोग करने से शरीर स्वस्थ रहता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया, गांवों में फलदार पौधे रोपे जा रहे हैं। सब्जियों के बीज भी डाले गए। इसमें ग्राम प्रधान, स्कूल के शिक्षक एवं शिक्षिकाएं, लाभार्थी समूह के सदस्यों ने भाग लिया।
गुणों के साथ पोषक तत्वों से भरपूर है मक्का
पोषण तत्वों से भरपूर मक्का सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है। सरसों के साग के साथ मक्का की रोटी पंजाब की शान और पहचान है। किसी वक्त यह लजीज भोजन हर घर की थाली में होता था। लेकिन पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव और फास्ट फूड के चलन ने इसको थाली से गायब कर दिया है। इसके उत्पादन में भी कमी आई है।
ग्लूटन फ्री होता है मक्के का आटा
मक्के का आटा ग्लूटन फ्री होता है। जिन लोगों को ग्लूटन से एलर्जी है, वह मक्के की रोटी खा सकते हैं।
लजीज व्यंजनों का आधार है मक्का
प्रसिद्ध शैफ आरसी बग्गा के अनुसार लोग मक्के के आटे को केवल रोटी बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं जबकि इसके आटे में शक्कर और घी डालकर लड्डू, मोदक, हलवा और मक्के के आटे में सब्जियां डालकर चीला के साथ इसका मेक्सिकन काठी रोल भी बनाया जा सकता है। जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिक भी होता है।