एसएल कश्यप।
सहारनपुर। कन्या सुमंगला योजना पंजीकरण मामले में सूबे में जनपद का पहला स्थान है। योजना में अब तक आफ लाइन फार्म भरवाए गए थे, अब यह प्रक्रिया आन लाइन की जा रही है, ताकि पारदर्शिता बनी रहे और अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सकें।
जनपद भर में तेजी से कराया गया सर्वे-
जिला प्रोबेशन अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कन्या सुमंगला योजना के लिए पूरे जनपद में सर्वे कराया गया। इस काम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा, शिक्षकों की भूमिका अहम रही। जनपद के कुल 3410 आंगनबाड़ी केंद्रों पर तैनात कार्यकताओं ने सर्वे किया और आफ लाइन फार्म भरवाए। इनकी संख्या करीब 10000 है। उन्होंने बताया पूरे प्रदेश में सहारनपुर में सर्वाधिक फार्म भरे गए।
आन लाइन फार्म भरने का काम हुआ तेज-
जितनी संख्या में आफ लाइन फार्म भरे गए हैं, उनको आन लाइन किया जा रहा है। अब तक करीब 1500 से ज्यादा फार्म आन लाइन किए जा चुके हैं। इस कार्य को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है। कन्या सुमंगला योजना 1 अप्रैल 2019 को शुरू की गई थी। 17 सितंबर को आन लाइन पोर्टल का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन किया। आफ लाइन के फार्मों को आन लाइन करने का काम विभागीय स्तर पर तेजी से चल रहा है।
क्या है कन्या सुमंगला योजना
कन्या सुमंगला योजना को छह चरणों में विभक्त किया गया है। प्रथम चरण में बालिका के जन्म होने पर 2000 रुपये एकमुश्त देने का प्रावधान है। इसके लिए बालिका का जन्म उप्र में होना अनिवार्य है। साथ ही जन्म प्रमाण-पत्र भी होना आवश्यक है।
दूसरे चरण में बालिका के एक वर्ष तक पूर्ण टीकाकरण के बाद 1000 रुपये एकमुश्त दिए जाते हैं। इसमें टीकाकरण, एमसीपी कार्ड की छायाप्रति जरूरी है। तीसरे चरण में बालिका के कक्षा 1 में प्रवेश के समय 2000 रुपए एकमुश्त दिए जाते हैं। इसमें विद्यालय में प्रवेश लेने के प्रमाण पत्र आवश्यक होते हैं। चैथे चरण में कक्षा छह में बालिका के प्रवेश पर 2000 रुपए की एकमुश्त राशि दी जाती है। इसमें भी प्रवेश लेने संबंधी प्रमाणपत्र आवश्यक हैं। पांचवें चरण में बालिका को 3000 रुपए एकमुश्त दिए जाते हैं। यह राशि कक्षा नौ में प्रवेश लेने पर दी जाएगी। इसी तरह छठे चरण में 5000 रुपए एकमुश्त दिए जाने का प्रावधान है। इसमें मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 12 उत्तीर्ण करने के सर्टिफिकेट की छायाप्रति उपलब्ध कराना अनिवार्य है।
इन्होंने कहा..
कन्या सुमंगला योजना के तहत फार्म तेजी से भरवाए जा रहे हैं। पात्रों को ही इसका लाभ मिलेगा। आन लाइन फार्म भरने का काम तेजी से किया जा रहा है।
-पुष्पेंद्र सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी।