सिटीवेब/अरविंद सिसौदिया।
नानौता। आमतौर पर सर्दियांे में सब्जियों की आम काफी रहती है। जिसके चलते पूरे वर्षभर की बात करें तो केवल इसी मौसम में सब्जियांे के दाम सस्ते रहते है। लेकिन इस वर्ष सब्जियों के दाम पिछली सर्दियों से करीब तीन गुने मंहगे हो चले है।
इन दिनों सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है। गरीब की थाली से हरी सब्जियां लगभग गायब सी हो चली है। जिसका कारण सब्जियों के दामों में बेहताशा वृद्वि होना है। मंडियों में इन दिनों सब्जियों की आमद तो है लेकिन दामों में कोई कमी नहीं है। यहां तक कि जो आलू बीते वर्ष की सर्दियों में 8 से 10 रूपए प्रतिकिलों बिका था वहीं आलू इस बार 18 से 22 रूपए किलों तक बिक रहा है। पिछले डेढ महीने से आलू का यही रेट बना हुआ है। फिलहाल अभी कुछ दिन सब्जियों के दाम कम नहीं होंगे। जिसके चलते लोगों की रसोई का बजट बिगडा हुआ है। इसका एक कारण दालों के दामों में भी बढोत्तरी होना है। तो वहीं इसके साथ सब्जियों के दामों में बढोत्तरी हो गई है।
क्या कहते है सब्जी आढती -
आढतियों शमीम मंसूरी, मुस्तकीम, भगत अरोड, देवीचंद, पुष्पेन्द्र आदि का कहना है कि इस बार सर्दियों के मौसम में ठंड के साथ बारिश का अधिक होना सब्जियों के दामों में बढोत्तरी का प्रमुख कारण है। बारिश व कोहरे और पाले के चलते सब्जियां खराब हुई है। उधर दालों के रेट बढने के चलते भी सब्जियों की मांग ज्यादा है।