नई दिल्ली(11 अक्टूबर): कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपने बयान की वजह से विवादों में आ गए हैं। राहुल ने मंगलवार को वड़ोदरा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए, बीजेपी पर निशाना साधा था। उन्होंने आरएसएस तथा महिलाओं की ड्रेस पर टिप्पणी की थी। बकौल राहुल, 'क्या आपने कभी शाखा में महिलाओं को देखा है?' उनकी यह बात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसके बाद वो ट्रोल होने लगे। राहुल के इस बयान से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ खफा हो गई है। संगठन ने कांग्रेस उपाध्यक्ष से माफी की मांग की और कहा कि उन्हें पहले संघ की गतिविधियों को समझना चाहिए।
- गुजरात में मंगलवार को अपने चुनाव प्रचार अभियान के दूसरे दिन वडोदरा में छात्रों को संबोधित करते हुए गांधी ने आरोप लगाया कि आरएसएस महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि वे (संघ के लोग) महिलाओं को सम्मान नहीं देते और सवाल किया कि संघ की शाखाओं में कितनी महिलाएं नजर आयीं।
- कांग्रेस नेता की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए आरएसएस की गुजरात इकाई के प्रभारी विजय ठाकर ने एक बयान जारी कर कहा, ''राहुल गांधी को पहले संघ की गतिविधियां समझनी चाहिए और ऐसे मामले पर टिप्पणियां करने से बचना चाहिए जिसका कोई मतलब नहीं है।''
- उन्होंने कहा, ''उन्हें माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्हें आरएसएस के कामकाज के बारे में नहीं पता। आरएसएस की एक समानांतर संस्था राष्ट्र सेविका समिति है और दोनों वर्ष 1936 से राष्ट्र निर्माण में कार्य कर रहे हैं और राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़े हैं।''
- विजय ने कहा कि एक ही लक्ष्य को हासिल करने के लिए साथ में आने की हमेशा जरूरत नहीं होती।
- उन्होंने कहा, ''आरएसएस की महिला सदस्य लक्ष्यों को हासिल करने में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर मदद कर रही हैं। महिलाएं हमेशा आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेती हैं।''