एसएल कश्यप।
सहारनपुर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तीन तलाक के बाद खाप पंचायतों के द्वारा तलाकशुदा महिला पर जोर जबरदस्ती के सहारे फैसला कराने का प्रचलन बढ़ रहा है। वरिष्ठ अधिवक्ता फरहा फेज ने मेरठ की आयशा और सहारनपुर की खुर्शीदा के मामले में भी खाप पंचायतों को दोषी मानते हुए उनके विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की मांग की है। सहारनपुर में बुधवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए फराह फैज ने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश का पुलिस प्रशासन नकारा साबित हो रहा है जिस कारण खाप पंचायतों का प्रचलन तेजी के साथ बढ़ रहा है और तीन तलाक के बाद तलाकशुदा महिला पर फैसला कराने का दबाव बनाया जा रहा है जिस कारण महिलाओं को न्याय मिलने में देरी हो रही है। सरकार को चाहिए कि वह तीन तलाक देने वाले लोगों एवं समझौता कराने वाली खाप पंचायतों के खिलाफ भी कठोर से कठोर सजा का प्रावधान करके पीड़ित महिलाओं को तत्काल न्याय दिलाने का काम करें।