सहारनपुर। इस बार जिस तरह अप्रैल माह में गरम हवाएं (लू) अपनी दस्तक देने लगी हैं, उसे देखते हुए मई और जून में आलम क्या होगा, इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है। गरम हवाओं से बचने को लोग मुंह व सिर को कपड़े से ढ़ाककर ही बाहर निकल रहे हैं। ऐसा पहली बार ही देखने को मिल रहा है कि अप्रैल माह में ही गरम हवाएं अपनी उपस्थिति दर्ज कराने लगी हैं। तेज धूप और लू से बचने को लोग मुंह व सिर को ढकने के साथ ही ठण्डे पेय पदार्थो का भी अधिक सेवन शुरू कर दिया है। सर्द मौसम में मौसम वैज्ञानिकों ने भविष्यवाणी की थी कि इस बार गर्मियों में भी मौसम सामान्य रहेगा और लू इस बार नहीं चलेंगी लेकिन मौसम वैज्ञानिकों का ये अनुमान इस बार गलत साबित हुआ।
मई-जून में जिस गर्मी का सामना करना पड़ता था, वो इस बार अप्रैल माह में ही देखने को मिल रही है। अमूमन पिछले कुछ सालों से गरम हवाएं देखने को नहीं मिलीं लेकिन इस बार मौसम का मिजाज बदला हुआ है। तपिश इतनी तेज है कि उसके सामने चन्द पल टिकना नामुमकिन है। धूप में खड़े वाहन भी इस कदर तपने लगे हैं जिन्हें छूने मात्र से ऐसा लगता है जैसे किसी तपते तवे पर गलती से हाथ लग गया हो। गरम हवाओं व तेज धूप के कारण दोपहर समय लोग बाहर निकलने से कतराने लगे हैं और जिन लोगों को मजबूरीवश बाहर निकलना पड़ रहा है, वे अत्यन्त सावधानी बरत रहे हैं। इस बार अप्रैल माह में चिलचिलाती धूप और गरम हवाएं इस कदर सितम ढ़ायेंगी, ये किसी ने शायद सोचा भी नहीं होगा लेकिन अब देखने को ऐसा ही मिल रहा है। मौसम के इस बदले मिजाज को देखते मई-जून में पारा किस कदर चढ़ सकता है, इसको लेकर लोग चिन्तित हैं। गर्मी की विभीषिका को देख घरों में कूलर और एसी चालू हो गये हैं। धूप में निकलना भारी पड़ रहा है। अप्रैल माह में इस कदर तपिश और गरम हवाओं को देख हर कोई हैरान है।