वाराणसी।
गंगा में तेज उफान और उसके पलट प्रवाह के चलते वरुणा के तटवर्ती इलाकों से मंगलवार को पलायन तेज हो गया। वहीं, गंगा की तटवर्ती कुछ कॉलोनियों में लोगों ने घरों के भूतल से अपने सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने शुरू कर दिए हैं। हालांकि इन कॉलोनियों से अभी बाढ़ का पानी दूर है। मणिकर्णिका घाट पूरी तरह जलमग्न हो गया है। वहीं, जिले के ढाब क्षेत्र के गांवों में भी पानी चढ़ने लगा है। गंगा में बढ़ाव जारी रहने के संकेत को देखते हुए बुधवार से लोगों की परेशानियां भी बढ़ने की आशंका है। पिछले चौबीस घंटों के दौरान गंगा के जलस्तर में एक मीटर से अधिक की वृद्धि के कारण वरुणा किनारे के डेढ़ सौ से अधिक मकान बाढ़ से घिर गए हैं।
कोनिया, नक्खी घाट, सिधवा घाट, ऊंचवा और दीनदयालपुर इलाकों में रहने वाले परिवार अपने सामानों के साथ सुरक्षित स्थानों पर चले गए। तिनपुलवा के नीचे से होते हुए वरुणा में गिरने वाले नाले के दोनों बने अधिकतर मकानों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। वहीं गंगा किनारे सामने घाट इलाके की मारुति नगर और गायत्री नगर कॉलोनी में भी अनेक भवनों के पानी से घिरने का खतरा पैदा हो गया है।