सहारनपुर। नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने कहा है कि सरदार पटेल की ये परिकल्पना थी कि देश एक राष्ट्रशक्ति तब तक नहीं बन सकता जब तक सामूहिकता का सही संचालन न किया जाए। उनका सामूहिकता का सिद्धांत आज के समय में राष्ट्रीय एकता की दृष्टि से और अधिक प्रासंगिक है।
नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह, आजाद भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री लौहपुरुष सरदार पटेल की 144 वीं जयंती के अवसर पर नगर निगम में आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम में पार्षदों व गणमान्य लोगों को संबोधित कर रहे थे। मेयर संजीव वालिया व नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने पार्षदों को राष्ट्रीय एकता-अखंडता की शपथ भी दिलायी। मेयर संजीव वालिया ने कहा है कि सरदार पटेल के आदर्श और सिद्धांत आज भी प्रेरक और अनुकरणीय हैं। आज समूचा भारत राष्ट्र जिस रुप में दिखायी देता है वह सरदार पटेल की ही देन है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गंाधी के आदर्शों व कार्यों से प्रेरित होकर सरदार पटेल आजादी के संघर्ष में शामिल हो गए। उन्होंने ब्रिटिश शासकों द्वारा लगाए गए टैक्स का विरोध किया तथा खेड़ा, बारडोली व गुजरात के अन्य क्षेत्रों में किसानों को संगठित किया, और गुजरात में सविनय आंदोलन की शुरुआत की।कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के चित्र पर भी पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावांजलि दी गयी। कार्यक्रम में पार्षद ज्योति अग्रवाल, मुकेश गक्खड़, सुरेन्द्र धवन, मनोज जैन, मानसिंह जैन, नरेश रावत, यशपाल पुंडीर, सईद सिद्दकी, अनिल कुमार, विजय नरुला व नितिन नरुला के अतिरिक्त अनेक गणमान्य लोग भी शामिल रहे। इससे पूर्व आज सुबह देहरादून चैक स्थित सरदार पटेल की प्रतिमा पर भी मेयर संजीव वालिया व नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने माल्यार्पण कर लौहपुरुष को श्रद्धासुमन अर्पित किये। इसके अतिरिक्त शहर में आयोजित रन फॉर यूनिटी में भी मेयर संजीव वालिया व नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने हिस्सा लिया।