नई दिल्ली(3 जनवरी): अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की लताड़ के बाद भी पाकिस्तान का आतंकवाद पर रवैया पहले की तरह कायम है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ट्रंप के दावे को ही चुनौती दे डाली है।
- उन्होंने कहा कि ऑडिट फर्म से जांच करा लें, साबित हो जाएगा कि अमेरिकी राष्ट्रपति गलत हैं। दरअसल, नए साल के पहले दिन सोमवार को ट्रंप ने ट्वीट कर आतंकियों को संरक्षण देने को लेकर पाकिस्तान को जमकर खरी-खोटी सुनाई थी।
- ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका ने पाकिस्तान को पिछले 15 वर्षों में 33 अरब डॉलर से ज्यादा की मदद दी, जिसके बदले में उसे झूठ और धोखा मिला। इसके बाद से दोनों देशों के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है।
- रिपोर्ट के मुताबिक पाक के विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप अपने ही देश की कोई ऑडिट फर्म हम पर किए गए खर्चे की जांच के लिए नियुक्त करें और 33 अरब डॉलर के आंकड़े की जांच करा लें, तब दुनिया को भी पता चल जाएगा कि कौन झूठ बोल रहा है और धोखा दे रहा है।
- आसिफ ने यह ट्वीट पाक पीएम शाहिद अब्बासी की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक के बाद किया। इस बैठक में ट्रंप के ट्वीट पर ही चर्चा हुई। इस मीटिंग में अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत को भी बुलाया गया था, जिससे ट्रंप के ट्वीट पर प्रभावी रणनीति तैयार की जा सके। इसके साथ ही पाकिस्तान अपनी पूरी विदेश नीति की समीक्षा भी कर रहा है। इतना ही नहीं, अमेरिका के आरोपों पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसदीय समिति की भी बैठक 5 जनवरी को बुलाई गई है।