नई दिल्ली। लोकसभा में लंबी बहस के बाद सोमवार को नागरिकता संशोधन विधेयक पास हो गया। इस बिल का कांग्रेस और ।प्डप्ड चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने जमकर विरोध किया। ओवैसी ने सदन में बिल की कॉपी भी फाड़ डाली थी। एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में ओवैसी ने कहा है कि इस बिल के जरिए सरकार पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना को जीवित करने जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर सदन में बिल पास भी हो जाता है तो भी वह पूरे देश में इस विधेयक के विरोध में अपने विचार रखेंगे। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, श्आप यह बिल लाकर क्या संदेश देना चाहते हैं। मुस्लिम पहले से ही उपेक्षित थे और अब उन्हें और ज्यादा वंचित किया जा रहा है।श् कांग्रेस और एनसीपी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि शिवसेना के खिलाफ चुनाव लड़ने के बावजूद दोनों पार्टियों ने राजनीतिक फायदे के लिए उन्हीं के साथ मिलकर सरकार बना ली। उन्होंने कहा, श्महाराष्ट्र में मेरे और इम्तियाज जलील के खिलाफ कैंपेन चलाया गया। लोगों से कहा गया बीजेपी और शिवसेना को हराने के लिए वोट करो। बाद में कांग्रेस ने शिवसेना के साथ निकाह कर लिया और शरद पवार वलीमा में शामिल हो गए।श्गौरतलब है कि सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि इस विधेयक से किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। यह संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन भी नहीं करता है। यह विधेयक किसी भी धर्म के खिलाफ भेदभाव वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर नहीं हुआ होता तो यह विधेयक लाने की जरूरत ही न पड़ती। गृह मंत्री ने कहा कि सरकार सभी को सुरक्षा और सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है।