सहारनपुर। नई दिल्ली के कॉस्टीट्यूशन क्लब के मालवंलकर हॉल में आयोजित राष्ट्रीय व्यापारी दिवस के उपलक्ष में भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल द्वारा किये गये विशेष समारोह में भागीदारी करने के बाद रेलवे रोड पर आयोजित बैठक में इसकी जानकारी देते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन ने कहा कि देश भर के व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न व्यापारिक समस्याओं और उनके निदान के उपायों एवं अन्य व्यापारिक चर्चाओं करना एक परिवार मिलन जैसा सुखद अनुभव रहा। टण्डन ने कहा कि सम्मेलन में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर पधारे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उनके माध्यम से देश के व्यापारियों को राष्ट्रीय व्यापारी दिवस के अवसर पर बधाई संदेश भेजते हुए देश के सतत् विकास में व्यापार जगत से जुडे़ लोगों के योगदान की सराहना करते हुए आवश्यक वस्तुओं के उत्पादन, रोजगार का सृजन, मिश्रित अर्थव्यवस्था में सरकार के द्वारा उठाये गये कदमों के साथ ही निजी क्षेत्र विकासोन्मुखी भूमिका की भी सराहना की। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में देश के व्यापारियों के सुझावों को सकारात्मक रूप से लागू करने की भी बात कही। सम्मेलन में मोदी सरकार द्वारा राष्ट्रीय कल्याण बोर्ड की स्थापना तथा व्यापारियों की सुरक्षा व सुरक्षित भविष्य पर पेंशन योजना की शुरूआत किये जाने का स्वागत किया गया। सम्मेलन में केन्द्र सरकार से यह भी मांग की गयी कि मण्डी शुल्क को समाप्त किया जाये। जब जीएसटी लगाया गया था तब यह कहा गया था कि देश में एक टैक्स रहेगा इसी आधार पर मण्डी शुल्क समाप्त होना चाहिए। साथ ही देश में फूड सेफ्टी एक्ट के अंतर्गत मिलावट करने पर सजा का प्राविधान है। व्यापार मण्डल इसका समर्थक है। किन्तु इसको जरूरत से ज्यादा सख्त बनाया गया है। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष पं.श्याम बिहारी मिश्रा, महामंत्री विजय प्रकाश जैन, चेयरमैन विजय प्रकाश जैन, मुकुन्द मिश्रा, सुनील पाण्डेय, उ.प्र. व्यापारी बोर्ड के उपाध्यक्ष मनीष गुप्ता व देश भर के प्रमुख व्यापारी प्रतिनिधि शामिल हुए। जनपद सहारनपुर से सम्मेलन में जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन, जिला महामंत्री संजय भसीन, जिला कोषाध्यक्ष अनिल गर्ग, जिला मंत्री अशोक मलिक, देवबंद प्रांतीय संयुक्त महामंत्री दीपक राज सिंघल, गंगोह इकाई के अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, महामंत्री बालेश गोयल, चेयरमैन समय सिंह पंवार, कोषाध्यक्ष प्रदीप कुमार, अंकुश कुमार, आदि व्यापारी प्रतिनिधि शामिल रहे।