आईआईएमटी कॉलेज ऑफ़ लॉ के एलएलबी द्वितीय वर्ष के छात्रो द्वारा विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन ग्राम- असगरपुर में किया गया। जहा छात्रो ने ग्रामीणो की विधिक समस्याओं को बारीकी से समझा एवं नए कानूनो मे हुए संशोधनो से अवगत कराया ।ग्राम प्रधान चेतराम जी ने कहाँ कि मुआवजा सम्बन्धी कानून सर्वोच्च नयायालय से कई बार अवलोकित हुआ लेकिन किसानो को मुआवजा अभी तक प्राप्त नही हुआ इस पर कॉलेज के छात्र वेदप्रकाश शर्मा ने मुआवजा सम्बन्धी कानून ग्रामीणो को समझाया । दूसरी तरफ दहेज हत्या एवं उपभोक्ता संरक्षण सम्बन्धी कानून की परिचर्चा की गई। किसन लाल, जगवीर, प्रमोद, दिव्यांशु चैहान, दीपक, हरिन्दर, ललित चौहान, चरन सिंह, आदि ने महिला उत्पीडन, तलाक, हिन्दू विवाह अधिनियम, 1995 से सम्बंधित कई प्रश्न पूछे जिनका बखूबी उत्तर विधि छात्रो ने दिया क्रार्यक्रम का संचालन विभागाध्क्ष डा धीरेन्द्र सिंह ने किया ।उन्होने सीआरपीसी मे हुए नए संसोधनो से ग्रामीणो को अवगत कराया । क्रार्यक्रम के प्रारम्भ मे कॉलेज ऑफ़ लॉ के डायरेक्टर डॉ आर के. सिंहा ने छात्र -छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए ग्रामीणो को उनके मूल अधिकार एवं संविधान मे वर्णित मूल कर्तव्यो की जानकारी दी,साथ ही उन्होंने कहाँ की ग्रामीणो को अपने कर्तव्यों और अधिकारों की सही जानकारी रखनी चाहिये जिससे कोई उन्हें बिना वजह परेशान न कर सके ,और उनके अधिकार बिना किसी रुकावट के उन्हें मिल सकें। क्रार्यक्रम के दौरान कालेज की छात्रा अनुजा शुक्ला ने बिजली, बैंक लोन रिकवरी एवं खाद्य पदार्थो मे हो रही मिलावट के लिए बनाए गए कानूनो की जानकारी ग्रामीणो के बीच रखी । ग्रामीणो ने विधिक साक्षरता शिविर की जमकर सराहना की और उन्हे विधिक एवं कानूनी जानकारी देने के लिये आईआईएमटी कॉलेज ऑफ़ लॉ के छात्र -छात्राओं एवं शिक्षकों को धन्यवाद दिया ।ग्राम प्रधान चेतराम ने कहाँ की आज के विधिक साक्षरता शिविर में उन्होंने कानून की बारीकियों को जाना और दूसरे गावों में भी इस तरह के विधिक साक्षरता शिविर के आयोजन का आग्रह किया ।