नई दिल्ली(7 नवंबर): सोमवार को कच्चे तेल की कीमतें जुलाई 2015 के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। इसकी प्रमुख वजह सऊदी अरब में हाल ही में भ्रष्टाचार के आरोपों के हुई गिरफ्तारियां माना जा रहा है।
- ब्रेंट फ्यूचर जो कि तेल की कीमतों के लिए अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क है, सोमवार को 62.90 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया। यह जुलाई 2015 के बाद का इसका उच्चतम स्तर है। यह जून 2017 के न्यूनतम स्तर से 40 फीसद ज्यादा है।
- वहीं सोमवार दोपहर के कारोबार में यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 56 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुंच गया, यह भी जुलाई 2015 के बाद का उच्चतम स्तर है। डब्ल्यूटीआई का यह स्तर साल 2017 के न्यूनतम स्तर का करीब एक तिहाई ज्यादा है।
- सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस (शहजादा) मोहम्मद बिन सलेम जिन्हें एमबीएस के नाम से भी जाना जाता है, ने भ्रष्टाचार विरोधी पहल के जरिए सत्ता पर अपनी पकड़ को और मजबूत कर लिया है। इस मुहिम के चलते कुछ बड़ी गिरफ्तारियां भी हुई हैं। गिरफ्तार होने वाले लोगों में शाही परिवार के लोग, मंत्री और निवेशक जिसमें प्रमुख रूप से जाने माने अरबपति व्यवसाई अलावलीद बिन तलाल एवं नेशनल गार्ड के मुखिया प्रिंस मितेब बिन अब्दुल्लाह शामिल हैं।