नानौता।व्हाट्सएप पर युवकों के बीच हुए विवाद में अभी चार दिन पूर्व सहारनपुर में एथलीट को गोली मारने के बाद नानौता में कुछ इस प्रकार का एक और मामला सामने आया। लेकिन इस बार पुलिस की सर्तकता के चलते बडा हादसा होने से बाल-बाल बच गया। मामले की सूचना पुलिस आला अधिकारियों तक पंहुची तो एसओ नानौता की सक्रियता की सराहना की गई।शुक्रवार को करीब एक दर्जन से अधिक लडके सुबह से बाइको पर इधर से उधर देखे गए। इसके बाद थाना पुलिस को दोपहर करीब 12 बजे सूचना मिली कि करीब 14-15 लडके क्षेत्र के गांव बकडौली में स्थित एक रेस्टोरेंट पर बैठे है। जो किसी बडी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना पर एसओ भानूप्रताप सिंह, एसआई सतीश यादव, एसआई मनोज राठी मयफोर्स सहित मौके पर पंहुचे और सभी लडकों को हिरासत में ले लिया। जिनके पास से लोहे की रॉड, पेचकस आदि सामान मिले। एसओं भानूप्रताप सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान सभी लडके थाना बडगांव व देवबंद क्षेत्र के गांव महेशपुर, तल्हेडी, सांपला आदि जगहों के बताए गए है। उक्त सभी लडके क्षेत्र के ही एक युवक दीपांशु सैनी के साथ मारपीट करने पंहुचे थे। एसओं के मुताबिक दीपांशु सैनी मुज्जफ्फरनगर में पढता है जबकि पकडे गए युवकों का एक साथी भी वहीं पर पढता है। जहां इन दोनों युवकों के बीच व्हाट्सएप पर किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। जो इतनी बढी कि एक-दूसरे को देख लेने की धमकी तक दे दी गई। दीपांशु सैनी व उक्त युवक ने एक-दूसरे को देख लेने के लिए बकडौली के निकट स्थान चयनित किया। जिसके बाद दीपांशु सैनी तो वहां नहीं पंहुचा लेकिन दूसरे पक्ष के उक्त लडके मौके पर पंहुच गए। उन्होनें बताया कि सही समय पर युवकों को हिरासत में ले लिया गया नही ंतो बडी घटना भी घटित हो सकती थी। पकडे गए सभी युवकों को शांतिभंग के आरोप में जेल भेजा गया है। तो वहीं एसपी देहात विद्यासागर मिश्र ने एसओ नानौता की सक्रियता की तारीफ की है।गौरतलब है कि चार दिन पूर्व सहारनपुर के अंबेडकर स्टेडियम में व्हाट ्सएप गु्रप पर हुए विवाद में गाडी सवार युवको ने एथलीट यशप्रताप को गोली मार दी थी।