-समाज के लोगों से बच्चों को शिक्षित करने का किया आह्वान
सिटीवेब/अरविंद सिसौदिया।
नानौता। एडीजे (एडिशनल जिला जज, न्यायिक सेवा) बनने के बाद पहली बार घर लौट रहे सैनी समाज के लोगों द्वारा नानौता नगर में भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान एडीजे विनेश सैनी ने समाज के लोगों से बच्चों की पढाई पर जोर दिया।
सहारनपुर जिले के साढौली कदीम ब्लाॅक के सलेमपुर गदा निवासी किसान ऋषिपाल सिंह के बेटे की नियुक्ति 15 नवंबर को गाजियाबाद में एडीजे के रूप में हुई। नियुक्ति पाने के बाद पहली बार घर लौट रहे विनेश सैनी का नानौता में अर्पित सैनी पुत्र तेजपाल सैनी के आवास पर ढोल ढमाकों के साथ भव्य स्वागत किया गया। जहां एडीजे विनेश सैनी को समाज के लोगों द्वारा शाॅल उढाकर व अशोक की लाट भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान जज विनेश सैनी ने कहा कि कोई भी समाज बिना शिक्षा के तरक्की नहीं कर सकता। शिक्षा के बलबूते कोई भी व्यक्ति उच्च पदों तक आसीन हो सकता है। उन्होनें समाज के लोगों से अपने बच्चों की शिक्षा व संस्कार प्रदान करने पर बल दिया। इस दौरान एसआई गुलाब सिंह, पूरणसिंह सैनी, डा. केपी सैनी, तेजपाल सैनी, श्रीमति सुदेश सैनी, श्रीमति बालेश सैनी, डा. प्रेमसैनी, नक्कल सैनी, दीपक, टिंकू, विरेन्द्र, अर्जुन सैनी, कंवरपाल सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
क्या बोले एडीजे -
एडीजे बनकर पहली बार घर पंहुच रहे विनेश सैनी ने बताया कि न्यायिक सेवा में आने से पूर्व उनके द्वारा मेरठ में कोचिंग इस्ंटीट्यूट चलाते थे। उनके कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढने वाले करीब 11 छात्र न्यायिक सेवा में उनसे पहले ही जा चुके है। जबकि इस वर्ष वो खुद एडीजे के लिए चयनित हुए। उन्होनें कहा कि अपना लक्ष्य पाने के लिए उन्होनें दिन रात मेहनत की और स्वंय पैसा कमाते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त किया।