-छाई आंखो में गिरने से लोग पंहुच रहे चिकित्सकों के पास
-प्रदुषण विभाग के साथ मिल प्रशासन ने आंखे मंूदी
सिटीवेब/अरविंद सिसौदिया।
नानौता। किसान सहकारी चीनी मिल से निकलने वाली काली छाई (राख) से जहां लोगों की आंखे खराब हो रही है तो वहीं लोगों का जीना मुहाल हो गया है। लेकिन प्रदुषण विभाग से लेकर मिल प्रशासन आंखे बंद कर बैठा हुआ है। तो वहीं गृहणियों में इसके खिलाफ सबसे अधिक आक्रोश देखने को मिल रहा है। गृहणियों का कहना है कि यदि मिल द्वारा छाई निकलनी बंद न हुई तो उन्हें खुद मोर्चा संभालना होगा।
पिछले काफी समय से नानौता चीनी मिल से काली छाई का आना बदस्तूर जारी है। जिसके चलते नगरवासी इतने परेशान हो गए है। बाइक से चलना दुर्भर हो चला है। घरों के आंगन व फर्श पर काली छाई ही दिखाई देती है। अचानक से आंखो में गिरने वाली काली छाई के चलते दुर्घटनाएं भी घटित हो रही है। आंखों में पैदल व बाइक पर चलने वालों की आंखों में छाई गिरने से रोजना 8 से 10 लोग आंखों के चिकित्सक के पास पंहुच रहे है तो वहीं कुछ प्राइवेट चिकित्सकों या मेडिकल स्टोरों से आंखों की दवाई लेकर काम चला रहे है। सबसे ज्यादा परेशानी गृहणियों को उठानी पड रही है। गृहणियों नीतू सिंह, जमीला, सुधा सिंह, निशा खेत्रपाल, गोल्डी सिंह, संतोष देवी, मधु सिंह, रीता सिंह, सुशीला देवी, रूचि चैधरी, वाजिदा, आदि का कहना है कि मिल से आने वाली छाई से छतों पर कपडे सुखाने दुर्भर हो चले है। कपडे धोकर सुखाने के बाद उस पर फिर से काली छाई चिपक जाती है। घरों के आंगन में सामान बर्तन आदि रखना भी परेशानी का सबब बन चुका है। गृहणियों का कहना है कि इस संबध में सभी पार्टी के नेता खामोशी से तमाशा देख रहे है। कोई कुछ नहीं बोल रहा है। जिसके चलते अब चीनी मिल जल्द इस छाई के खिलाफ कारवाई नहीं करता है तो उन्हें मजबूरन आंदोलन करने को बाध्य होना पडेगा।
सांठगंाठ से निकल रही काली छाई -
नगरवासियों का आरोप है कि चीनी मिल ठेकेदारांे व मिल के अधिकारियों की साठगांठ के बिना छाई मिल से बाहर नहीं निकल सकती है। पिछले एक महीने कई बार मिल से छाई निकल चुकी है। 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पोर्टल पर व्यापारी नेता राजीव नामदेव द्वारा की गई शिकायत के बाद प्रदुषण विभाग की टीम को जांच के दौरान मिल से छाई निकलनी पाई गई थी।
क्या बोले मिल अधिकारी -
चीनी मिल के मुख्य अभियंता (चीफ इंजीनियर) संदीप गुप्ता ने कहा कि वैसे तो मिल के फ्लाईएस पूरी तरह से काम कर रहे है। लेकिन फिर भी एक बार मिल से निकल रही छाई को दिखवा लिया जाएगा।
क्या कहते है चिकित्सक -
सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र पर तैनात नेत्र चिकित्सक डा. विरेन्द्र सिंह व निजी चिकित्सक एनसी शर्मा ने बताया कि जिस दिन भी मिल से छाई निकलती है उसी दिन ही आंख में गिरी छाई से संबधित करीब 8-10 मरीज उनके पास पंहुचते है। उन्होनंे बताया कि यदि छाई आंखो में गिर जाएं और उसको कुछ ही समय तक हाथों से रगड लिया जाएं तो आंखो के अंदर जख्म बन जाता है और यही जख्म धीरे-धीरे आंखो की पुतली पर सफेद रूप धारण कर लेता है और इंसान की आंखो की रोशनी कम हो जाती है।