श्रीनगर(28 अक्टूबर): जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सांप्रदायिक सौहार्द्र का एक उदाहरण देखने को मिला। जी हां अनंतनाग के वानपोह इलाके में मुस्लिमों ने कश्मीरी पंडित का अंतिम संस्कार किया।
75 वर्षीय त्रिलोकी नाथ शर्मा के घर पर कई लोग जमा हुए। इनमें से ज्यादातर मुस्लिम थे। त्रिलोकी नाथ शर्मा अपने पीछे दो बेटे और एक बेटी छोड़ गए हैं। वह पेशे से शिक्षक थे।
कुछ बुजुर्गों ने कहा कि हमारे लिए एक कश्मीरी पंडित की मौत भी दुखदायी है। हम शताब्दियों से एक दूसरे के साथ जी रहे हैं। त्रिलोकी नाथ का परिवार 1990 के दौरान कश्मीर से पलायन नहीं किया। उनके अंतिम संस्कार में इलाके के विधायक, पूर्व मंत्री समेत कई लोग शामिल हुए।