-कानून में बदलाव कर सभी धर्मों को शामिल करने की मांग उठाई
सिटीवेब/तारिक सिद्दकी
रामपुर मनिहारान। शनिवार को काजी नदीमुल हक व आफताब लाला के नेतृत्व में ईदगाह परिसर में जमा हुए मुस्लिम समुदाय के लोगो ने नागरिक संशोधन विधेयक पर रोष प्रकट किया काजी नदीमुल हक ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाया गया नागरिक संशोधन विधेयक भेदभाव पूर्ण कानून है, इस कानून से मुस्लिम समुदाय के लोगो को अलग थलग करने का प्रयास किया गया है उन्होंने कहा कि इस कानून में बदलाव किया जाना चाहिए। आफताब लाला ने कहा कि भारतीय संविधान सभी धर्मों के मानने वालों को समान अधिकार प्रदान करता है ,लेकिन केन्द्र सरकार मुस्लिम समाज को इस अधिकार से अलग करने का काम कर रही है।जिससे मुस्लिम समुदाय में निराशा और रोष व्याप्त है उन्होंने कहा कि सरकार को मुस्लिम समुदाय की चिंताओं को समझते हुए इस कानून पर पूर्णविचार करते हुए सभी धर्म के लोगो इसमें शामिल करना चाहिए।
जहीर अब्बासी ने कहा की सरकार द्वारा बनाए गए इस कानून पर जगह जगह हो रहे विरोध को देखते हुए जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस कानून में बदलाव करना चाहिए उन्होंने कहा कि किसी भी कानून में किसी भी समुदाय के से भेदभाव नही किया जाना चाहिए। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी एस पी सिंह को सौंपकर अति शीघ्र कानून में बदलाव करने की मांग की उपजिलाधिकारी एस पी सिंह ने लोगो को समझते हुए कहा भारतीय नागरिकों को इस कानून से घबराना नही चाहिए भारत के किसी भी धर्म के मानने वाले नागरिकों को कोई हानि नही होगी इसमें केवल नागरिता देने के नियमो को बदला गया है उन्होंने कहा कि आपकी मांग को आगे पहुचा दिया जाएगा। इस दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी नकुड़ यतेन्द्र सिंह नागर कोतवाली प्रभारी उमेश रोरिया एल आई यू प्रभरी प्रह्लाद तोमर सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।ज्ञापन देने वाले में मौलाना शमशीर कासमी,मौलाना सुभान, मौलाना कमर सभासद नदीम अहमद,पूर्व सभासद अहसान मलिक हाजी मुरसलीन सैफी अलीहसन नवाब मलिक आसिम, साकिब,जियाउलहक,अनीस, सलीम, अनवर,हाफिज वजीउद्दीन, इस्लाम, सैफी जुनैद आसमोहमद सैफी आदि काफी लोग मौजूद रहे मुस्लिम समुदाय द्वारा सजती पूर्वक ज्ञापन देने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली।