पत्नी के वर्षों से मायके में रहने पर था खफा
सिटीवेब/एसएल कश्यप।
सहारनपुर। एक सिरफिरे युवक ने सोमवार की सुबह थाना रामपुर मनिहारान क्षेत्र के जानखेडा गांव में अपनी ससुराल पहुंचकर ससुर और अपने मासूम बेटे की गोली मारकर हत्या कर डाली। घटना को अंजाम देने के बाद उसने खुद को भी गोली मार ली। जिसकी जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
जानखेडा निवासी परशुराम की पुत्री मोनिका की शादी नौ वर्ष पूर्व नकुड के गांव दैदपुरा में सचिन पुत्र बालचंद के साथ हुई थी। बताया जाता है कि शादी के एक साल बाद ही मोनिका अपने मायके आ गई थी। यहीं उसने बेटे को जन्म दिया। बताया जाता है कि वर्ष 2014 में सचिन ने अपने साले पंकज को भी गोली मारकर घायल कर दिया था। जिसमे उसे जेल जाना पड़ा था। मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है। इसके बाद से सचिन अपने ससुरालियों को लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा था। उसकी पत्नी मोनिका ने थाने में शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस ने मामला एनसीआर में दर्ज किया। सोमवार की सुबह करीब सात बजे सचिन अपने तीन साथियों के साथ दो बाइक पर अपनी ससुराल पहुंचा और कमरे में सो रहे सात वर्षीय बेटे अंशुल पर ताबडतोड़ कई गोलियां दाग दी। गोलियों की आवाज सुनकर उसका ससुर परशुराम वहां पहुंचा तो उसने उस पर भी फायर कर दिए। दोनो की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जाता है कि लोग मौके पर इक्ट्ठा हुए तो सचिन ने खुद को भी गोली मार ली। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां भर्ती होने के कुछ देर बाद उपचार के दौरान सचिन ने भी दम तोड़ दिया। घटना के समय सचिन की पत्नी मोनिका और उसकी सांस मिमला घेर में पशुओं को चारा डालने गई हुई थी। जिस कारण उनकी जान बच गई। सूचना मिलते ही एसएसपी दिनेश कुमार पी, एसपी सिटी विनित भटनागर, सीओ नकुड यतेन्द्र नागर मौके पर पहुंचे तो गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि पुलिस पूर्व में ही सचिन के खिलाफ कार्रवाई कर देती तो आज यह घटना नहीं होती। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग करते हुए शवों को नहीं उठाने दिया। बाद में मौके पर पहुंचे कैराना सांसद सांसद प्रदीप चैधरी, विधायक चै. कीरत सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख शिवराज सिंह तथा चै. इंद्रसैन मौके पर पहुंचे। काफी जद्दोजहद के बाद अधिकारियों ने किसान फसल योजना के तहत दोनों मृतकों को आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया। वहीं सांसद ने आरोपी सचिन की पत्नी मोनिका को सरकारी नौकरी दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ही दोनो शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जा सका।