एसएल कश्यप।
सहारनपुर।मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह मना रहा है। सोमवार को जिला अस्पताल में हस्ताक्षर अभियान के साथ इसकी शुरुआत की गई। यह अभियान 13 अक्टूबर तक चलाया जाएगा। सप्ताह में संगोष्ठी, जगारूकता बैठकें, नुक्कड़ नाटक व अन्य कार्यक्रम आयोजित होंगे। स्कूलों में मेंटल हेल्थ कैंप लगाये जाएंगे। इसमें मनोचिकित्सकों को बुलाया जाएगा, जो बच्चों को मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के टिप्स देंगे।
इस बाबत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बीएस सोढ़ी ने बताया हर साल 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इसका लक्ष्य मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना और मानसिक स्वास्थ्य के सहयोगात्मक प्रयासों को संगठित करना है। उन्होंने बताया इस वर्ष विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की थीम ‘आत्महत्या को रोकने के लिए मिलकर काम करना’ है। उन्होंने कहा भागदौड़ भरी जिंदगी में सबसे बड़ी समस्या मानसिक तनाव है। यह हर किसी के जीवन में है। तनाव लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करता है। तनाव के कारण व्यक्ति कई बार डिप्रेशन में चला जाता है। उसकी सोच निगेटिव हो जाती है। वह एकांतप्रिय हो जाता है। ऐसे लोग कई बार आत्महत्या तक कर लेते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग प्रयास कर रहा है कि लोगों को जागरूक किया जाए, ताकि वह मानसिक रूप से स्वस्थ रहें। प्रसन्नचित्त होकर किसी भी काम को सही से अंजाम दिया जा सकता है। सीएमओ ने कहा कि बच्चों के लिए स्कूलों में भी कार्यक्रम किए जाएंगे। 13 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इसमें शिक्षकों की लाइफ स्किल ट्रेनिंग होगी। नुक्कड़ नाटक किए जाएंगे। स्कूल-कालेजों में आत्महत्या की रोकथाम और तनाव प्रबंधन पर कार्यक्रम होंगे। साथ ही समापन के अवसर पर स्कूल-कालेजों के छात्र-छात्राओं को शामिल कर रैली निकाली जाएगी। जिला अस्पताल में भी हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा।