मुंबई। महाराष्ट्र के चुनावी समर में गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी कूद पड़े। डॉक्टर सिंह ने आर्टिकल 370 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सवालों पर करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आर्टिकल 370 को खत्म करने के बिल के समर्थन में वोट दिया था और हमारी पार्टी इसके खिलाफ नहीं है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पीएमसी बैंक संकट के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराए जाने पर डॉक्टर सिंह ने पलटवार किया। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी सरकार सिर्फ विपक्ष पर दोष मढ़ने में जुटी है, समाधान ढूंढने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति की घटती दर, किसानों पर संकट, सरकार की आयात-निर्यात नीति से समस्याएं खड़ी हो रही हैं।डॉक्टर सिंह ने कहा कि हमारा मानना है कि आर्टिकल 370 एक अंशकालिक उपाय था लेकिन अगर बदलाव लाया गया है तो इसे जम्मू-कश्मीर के लोगों की सद्भावना के साथ होना चाहिए। डॉक्टर सिंह ने कहा कि हालांकि जिस तरह से इस बिल को लागू किया गया है, हम उसका विरोध कर रहे हैं। बता दें कि महाराष्ट्र के चुनाव प्रचार में पीएम मोदी आर्टिकल 370 का मुद्दा जोरशोर से उठा रहे हैं।अर्थव्यवस्था को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा भारतीय रिजर्व बैंक (त्ठप्) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के कार्यकाल में देश के सरकारी बैंकों ने अपना सबसे बदतर दौर देखा है। न्यू यॉर्क में मंगलवार को कोलंबिया यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंटरनैशनल ऐंड पब्लिक अफेयर्स में एक लेक्चर देते हुए सीतारमण ने कहा कि तमाम सरकारी बैंकों को पुनर्जीवित करना उनकी पहली ड्यूटी है।उन्होंने यह भी कहा, श्रघुराम राजन ही उस वक्त आरबीआई के गवर्नर थे, जब महज राजनेताओं के एक फोन कॉल पर सरकारी बैंकों से लोन दिए गए और उसकी सजा ये बैंक आज तक भुगत रहे हैं। सीतारमण ने कहा, डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे और मुझे इस बात का विश्वास है कि डॉ. राजन इस बात से सहमत होंगे कि डॉ. सिंह के पास भारत के लिए एक सुसंगत स्पष्ट दृष्टिकोण होता।