सुलतानपुर।
भारतीय जनता पार्टी की सुलतानपुर से घोषित प्रत्याशी और केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने सुलतानपुर से अपना भावनात्मक रिश्ता जोड़ा। कहा कि उनके पति संजय गांधी की कर्मभूमि सुलतानपुर रही है। वह जब 19 साल की थीं तब संजय से उनकी शादी हुई थी, तब से इस भूमि से उनका नाता है। कहा कि इसी रिश्ते के नाते ही बेटे वरुण को यहां भेजा था। अब खुद पार्टी के आदेश से चुनाव मैदान में हूं।
मेनका गांधी शनिवार को पहली बार अपने यहां लोकसभा क्षेत्र के दौरे पर आईं थी। वह शहर के तिकोनिया पार्क में 1.20 बजे बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को सम्बोधित कर रही थीं। कहा कि 19 साल की थी, तब संजय गांधी के साथ शादी हुई। 23 साल की उम्र में विधवा हो गई। वरुण सौ दिन के थे, जब उन्हें लेकर सुलतानपुर आई। वरुण को खुद सुलतानपुर में सेवा करने के लिए भेजा था। वरुण ने अपनी तनख्वाह से गरीबों के लिए घर बनवाए, जो मैं खुद नहीं कर पाई। वायदा किया कि बिना किसी भेदभाव से जनता की सेवा करेंगी। हर गरीब की मदद होगी।
मेनका गांधी ने कहा कि यहां न्याय का रास्ता खोलने आईं हैं। अन्याय करने वाला चाहे कितना बड़ा हो, तुरंत उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। यहां पर उन्होंने पीएम मोदी की योजनाओं का का उल्लेख किया। आयुष्मान भारत योजना, मुद्रा योजना, किसान सम्मान निधि, शौचालय व प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ की बात की। कहा कि मोदी जी ने देश को महाशक्ति बनाने का काम किया है।
मेनका गांधी ने कहा कि संगठन के स्थानीय कार्यकर्ताओं के बूते ही यहां से चुनाव मैदान में हैं। जिला, मंडल, सेक्टर और बूथ कार्यकर्ताओं से वह सीधे बात करेंगी। क्षेत्र की तरक्की व प्रत्येक कार्यकर्ता व जनता सम्मान हो ऐसा उनका हमेशा प्रयास रहेगा। वहीं इससे पहले जिले की सीमा से लेकर कार्यक्रम स्थल तक उनका भीड़ के साथ कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।