नई दिल्ली(26 अक्टूबर): मुंबई हमले का गुनाहगार हाफिज मोहम्मद सईद का नाम अमेरिका द्वारा सौंपी गई आतंकियों की सूची में नहीं है। यह जानकारी पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार को दी।
- आतंकी गतिविधि में भूमिका के लिए जमात-उद-दावा के प्रमुख पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित है। इस वर्ष जनवरी से उसे नजरबंद रखा गया है।
- विदेश मंत्री आसिफ ने संसद के ऊपरी सदन सीनेट में बताया कि अमेरिका ने पाकिस्तान को 75 आतंकियों की सूची सौंपी है, जबकि हमने उन्हें करीब 100 आतंकियों की सूची दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की पाकिस्तान यात्रा के दौरान सूची का आदान-प्रदान हुआ।
- उन्होंने कहा, 'सूची में हक्कानी नेटवर्क शीर्ष पर है लेकिन एक भी आतंकी पाकिस्तानी नहीं है।' सईद पाकिस्तानी नागरिक है और उसके संगठन जमात-उद-दावा को अमेरिका ने 2014 में विदेशी आतंकी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया था।
- जमात-उद-दावा को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी माना जाता है। इसी आतंकी संगठन को 2008 के मुंबई हमले सहित भारत में कई आतंकी हमलों के लिए जवाबदेह माना जाता है।
- अफगान स्थित हक्कानी नेटवर्क ने अफगानिस्तान में अनगिनत अपहरण और अमेरिकी हितों के खिलाफ हमले किए हैं। इसके अलावा अफगानिस्तान में इस प्रतिबंधित संगठन ने भारत के खिलाफ भी कई हमले किए हैं। 2008 में हक्कानी नेटवर्क ने काबुल में भारतीय दूतावास पर हमला किया था जिसमें 58 लोग मारे गए थे।
- आसिफ ने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को वांटेड की सूची सौंपने की आदत बना ली है। उन्होंने बताया कि अमेरिका को बताया गया है कि पाकिस्तान का अफगान तालिबान पर कोई प्रभाव नहीं रह गया है। पूर्व में उसका प्रभाव था। पाकिस्तान न तो उसका समर्थन कर रहा है और न ही उसे इसकी मदद की जरूरत है। अब कोई और उसकी मदद कर रहा है।