एसएल कश्यप।
सहारनपुर। 8 मोहर्रम पर आयोजित मजालिस में हज़रत अब्बास अलमदार अलैहिस्सलाम की शहादत पर रोशनी डाली गयी। पहली मजलिस इमाम बारगाह सामानियान में मौलाना रिज़वान मारूफी, दूसरी मजलिस बडी इमाम बारगाह में मौलाना ज़मीर जाफरी व तीसरी मजलिस छोटी इमाम बारगाह में मौलाना तंजीम हुसैन ने खिताब फरमाया। मजलिसो में सबसे पहले मरसिए खानी की गयी। मरसिया पढने वालो मे खुवाजा हसन मौहम्मद, डाॅ0 अमीर अब्बास, हुसैन ज़की, खुवाजा रईस अब्बास, आसिफ अल्वी, आदि थे । मजलिस में शिया विद्वानो ने हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के भाई व लशकर के सिपहसालार हज़रत अब्बास अलमदार की शहादत पर रोशनी डाली। मजलिसो के आखिर मे नौहा खानी की गयी जिसमे अन्जुमने अकबरिया व अन्जुमने इमामिया के सायबे बियाज़ सलीस हैदर काज़मी, अनवर अब्बास जै़दी, आसिफ रज़ा, मिर्ज़ा मेहरबान,मिर्जा अयाज़, मिर्ज़ा नईम,आदि ने नौहा खानी की। हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम की याद में आज सुबह से घरो मे नियाज़ो का अहतेमाम (आयोजन) किया गया। नियाज़ करने वालो मे प्यारे मिया, आई0एम0 जैदी, रियाज़ हैदर, मौहम्मद अली हवारी, ताज़िम जैदी, अली अथर जै़दी अनवर अब्बास जैदी, आदि रहे। हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम की याद नगर मे घर घर सक्काई की गयी । हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम की याद मे सोगवार मननते मागते है और अपने बच्चो को सक्का बनाते है। घरों मंे सक्काई की रसम अदा की गयी। घरो से छोटे छोटे अलम लेकर इमामबाड़ो में पहुचे इमाम बारगाहो मे जाकर खत्म हुई सक्काई मे शर्बत तकसीम चाय पानी तकसीम किया गया। सकके बनने वालो मे अली जैब काज़मी ,मिर्ज़ा मेहरबान पंजेतन, कैफ जैदी तुराब जैदी, अली, आदिल, काशिफ जैदी सलमान हैदर, वासिल, आतिफ, मौहम्मद, लवी, प्रिन्स, जै़यन, ज़मन, राजू काशान, मासूम जैदी, शाने जैदी, मैहदी हसन आदि रहे।