नई दिल्ली(2 नवंबर): दिल्ली में 3 से 5 नवंबर तक होने वाले वर्ल्ड फूड इंडिया में खिचड़ी को भारत का नेशनल फूड का दर्जा मिल जाएगा। इस दौरान 4 नवंबर को खिचड़ी को ‘इंडियन कुजीन’ का दर्जा दिए जाने की घोषणा हो सकती है।
- इसका प्रपोजल फूड प्रोसेसिंग मिनिस्ट्री ने केंद्र सरकार को भेजा था।
- मिनिस्ट्री ने खिचड़ी के पक्ष में 3 तर्क भी दिए थे, जिनसे केंद्र सहमत है। अब 4 नवंबर को इस घोषणा के साथ ही यहां 800 किलो खिचड़ी बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की भी कोशिश होगी।‘
- इंडियन कुजीन का दर्जा खिचड़ी को ‘गुड फूड’ मानकर दिया जा रहा है। 800 किलो खिचड़ी बनाने के लिए 1000 लीटर क्षमता और 7 फीट व्यास वाला बर्तन चूल्हे पर चढ़ेगा। पूरी खिचड़ी अनाथ बच्चों में बांटी जाएगी। सेलेब्रिटी शेफ संजीव कपूर इस इवेंट के ब्रांड एम्बेस्डर होंगे।
- ऑफिशियली किसी भी डिश (व्यंजन) को नेशनल फूड घोषित करने का प्रोविजन अब तक किसी देश में नहीं है। हर देश में वहां के लोगों की पसंद के हिसाब से ही किसी डिश को नेशनल कुजीन मान लिया जाता है। इससे उस डिश की पहचान और अहमियत पर कोई खास फर्क नहीं पड़ता। खिचड़ी के साथ भी ऐसा ही है।
- न्यूयॉर्क की हॉफस्ट्रा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जिल्किया जेनर ने फूड कल्चर पर अपनी एक स्टडी में कहा भी था, "किसी भी देश के लिए एक डिश को ऑफिशियल फूड बना देना मुश्किल ही होगा। खासकर भारत जैसे विविधता वाले देश के लिए तो ये संभव ही नहीं है।" बाकी देशों में भी पॉपुलर डिश को ही नेशनल कुजीन मान लिया गया है।