खतौली। आप अगर खतौली के ढाबे पर खाना खाने की सोच रहे हैं तो सावधान हो जाए। ऐसे वो इसलिए करते हैं क्यों कि उनका बस चालकों के साथ सांठ-गांठ होती है। बस चालक भी ढाबा मालिक को फायदा पहुंचाने के लिए उसी ढाबे पर बस रोकते हैं जिनके साथ उनकी पहचान होती है। इसके बदले में बस चालक को परिचालक को मोटी रकम दी जाती है। ऐसा ही एक मामले बुधवार को खतौली में सामने आया।
जहां ढाबा मालिक ने बुजुर्ग दम्पति से मात्र एक प्लेट चावल के 220 रुपए वसूल लिए। इसी प्रकार बस में सवार अधिकतर लोगों के साथ ऐसी ही घटना घटी। खतौली ढाबे का यह कोई पहला मामला नहीं है। पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। शिकायत के बाद भी परिवहन विभाग और प्रशासन के अधिकारी ऐसे मालिकों पर कार्रवाई नहीं करते हैं और न ही वो इस मामले को गंभीरता से लेते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इसके पीछे टेंडर होते समय परिवहन विभाग के अधिकारियों को मोटी रकम देकर ही ठेका आवंटन किया जाता है। इन ढाबों पर फूड विभाग के अधिकारियों ने अब तक कभी भी खाने का सैंपल नहीं लिया। क्योंकि उनकी मंथली इनकम हर महीने उनके आॅफिस में पहुंच जाती है।
दंपत्ति के साथ मारपीट
बुधवार को दंपत्ति ने ढाबे पर खाना खाने के बाद जब ढाबा मालिक को रुपए दिए, तो वहां विवाद हो गया। इससे गुस्साये मालिक ने बुजुर्ग दंपत्ति के साथ मारपीट शुरू कर दी। इतना ही नहीं पैसे नहीं देने पर उसने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। मजबूर होकर दंपत्ति को खाने का दोगुना पैसा देना पड़ा। होटल मालिक के पास बस का कंडक्टर भी बैठा था, जो ये सब देख कर हंस रहा था। बुजुर्ग ने उस से शिकायत क ी, तो उसने कहा कि यहां तो ऐसे ही चलता है। तूने खाया है तो चुकाना ही होगा। वर्ना हम तुझे यहां छोड़ जाएंगे ! बुजुर्ग ने नम आंखों से 220 रुपये चुकाए।
क्या कहते हैं अधिकारी
परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि, ढाबे पर खाने के विवाद को लेकर मामला सामने आया है। पीड़ित ने मामले की शिकायत की है। मामले की जांच की जा रही है। दोषी पाये जाने पर ढाबा मालिक पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।