मेरठ: डाक्टरों की सत्याग्रह और दिल्ली कूच करने की अपील से चिकित्सा जगत में हलचल है। मंगलवार को क्नीलिकल इस्टैबलिशमेंटएक्ट के विरोध में डाक्टरों की हड़ताल की वजह से जिले में चिकित्सा सेवाएं पूरी तरह ठप रहेंगी। इमरजेंसी वार्ड भी बंद रहेंगे। मेरठ से करीब दो सौ चिकित्सक दिल्ली में आयोजित धरना व रैली में शामिल होंगे, जबकि अन्य चिकित्सक कमिश्नरी पार्क और आइएमए हाल में आक्रोश जताने के लिए जुटेंगे।
आइएमए अध्यक्ष डा. वीरोत्तम तोमर ने रविवार को प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे सभी चिकित्सक आइएमए हाल पर जमा होंगे। दिल्ली जाने वाले करीब दो सौ चिकित्सक सुबह आठ बजे तक राजघाट पहुंचकर रैली में शामिल होंगे। इंदिरागांधी इंडोर स्टेडियम के पास आइएमए की नेशनल बाडी उन्हें संबोधित करेगी। एक बजे तक सभा विसर्जित हो जाएगी। उधर, मेरठ में सभी डाक्टर कमिश्नरी पार्क पहुंचेंगे, जहां उनका धरना चलेगा। दोपहर में वह आइएमए हाल में क्लीनिकल इस्टैबलिशमेंट एक्ट को लेकर जानकारी दी जाएगी। डा. तोमर ने प्रेस वार्ता में कहा कि छोटी सी क्लीनिक को भी चलाने के लिए दर्जनों सर्टिफिकेट लेने पड़ेंगे। उसका उत्पीड़न होगा। उन्होंने आस्ट्रेलिया की तर्ज पर क्लीनिकों में तोड़फोड़ को लेकर राष्ट्रीय स्तर का कानून बनाने की मांग की। एमसीआइ में चिकित्सकों की भागेदारी बढ़ाने की वकालत की। एमबीबीएस परीक्षा के बाद एक्जिट एक्जाम पर रोक लगाने की मांग की। कहा कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत जानबूझकर रेडियोलोजिस्टों को परेशान किया जा रहा है। कार्यक्रम में डा. रेनू भगत, डा. संदीप जैन, डा. नवनीत अग्रवाल, डा. जेवीएस चिकारा, डा. उमंग अरोड़ा, डा. मनीषा तोमर, डा. आशीष जैन समेत कई अन्य भी शामिल हुए।