मथुरा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 24 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व में शामिल होने के लिए मथुरा आएंगे। फिलहाल चर्चा है कि वे तीन से साढ़े तीन घंटे तक श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर रहेंगे। इस बीच वह उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहां वह जनता को संबोधित भी करेंगे।
बुधवार को उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद, जिला प्रशासन, पुलिस, नगरनिगम और पर्यटन विभाग की संयुक्त बैठक आयोजित हुई। इसमें मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर व्यवस्थाओं पर विचार विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री का अनुमानित आगमन 24 अगस्त को दोपहर 3 बजे होगा, जिसके बाद वह शाम 5 बजे तक रहेंगे। इस दौरान वह श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर पूजन-अर्चन करने के साथ ही रामलीला मैदान में भी आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे। यही सांस्कृतिक कार्यक्रम होने हैं और यहीं मुख्यमंत्री का संबोधन भी होगा। हालांकि अभी यह कार्यक्रम भी फाइनल नहीं है।
जन्माष्टमी के अवसर पर समूचे आयोजनों को 3 जोन और 22 सेक्टरों में बांटा गया है। इनकी व्यवस्थाओं के लिए 30 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं, जिनमें से 6 मजिस्टे्रट बाहरी जनपदों से बुलाए गए हैं। श्रीकृष्ण जन्मस्थान क्षेत्र को तीन जोन और 16 सेक्टरों में बांटा गया है। वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर, मथुरा के द्वारिकाधीश मंदिर, गोकुल और नंदगांव के मंदिरों को भी एक एक सेक्टर में बांटा गया है।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के तत्वावधान में श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव समिति (रजि.) ने 10 दिवसीय श्री कृष्ण लीला का शुभारंभ जन्मभूमि रंगमंच पर किया। सर्वप्रथम गणेशम्बिका शोडष मातृका, पुण्याहवाचन वरूण कलश, ब्रह्मादि पंचोमकार, नवग्रह एवं श्री राधाकृष्ण का आवाहन पूजन शास्त्रोवत रीति से पं. शशांक पाठक के आचार्यत्व में किया गया। तत्पश्चात का्षि्णण विश्वबन्धु ने श्रीराधाकृष्ण के स्वरूप की विधिवत आरती उतार कर लीला का शुभारम्भ किया तथा श्रीराधाजी के जन्म की लीला का मंचन हुआ। इस लीला को देख भक्तगण भाव विभोर हो गये एवं जन्मस्थान के लीला मंच के समीप श्री राधे-राधे के जयकारे लगने लगे। इस अवसर पर संस्थान के सचिव कपिल शर्मा, सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी तथा समिति के मुख्य संरक्षक सूरजभान गुप्ता, संरक्षक हरिदास बजाज, महावीर प्रसाद मित्तल, प्रो. लक्ष्मण दास अग्रवाल आदि मौजूद रहे।