अरविंद सिसौदिया।
नानौता। जैन धर्म के महत्तवपूर्ण पर्व दस लक्षण धर्म के चैथे दिन श्री दिगंबर जैन धर्मावलंबियों ने उत्तम सत्य धर्म की पूजा की। धार्मिक विद्धानों ने कहा कि सत्य धर्म के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में सत्य बोलना चाहिए। यदि कभी सत्य बोलने में परेशानी हो तो उसे मौन रहना चाहिए। मौन व्यक्ति को कलह की बाधा नहीं होती। धर्म की वृद्धि के लिए धर्म सहित सत्य बोलने को कहा गया है। शुक्रवार को मंदिर में अल सुबह से ही भक्तों की भीड जैन मंदिर में देखी जा रही थी। पीले वस्त्र धारण कर जैन धर्म के लोगों ने पूजा-अर्चना की और जिनेेंद्र भगवान का जलाभिषेक किया। इस दौरान मंदिर में की गई पूजा अर्चना में नगर के जैन समाज के बच्चें से लेकर महिलाएं एवं पुरूष बडी संख्या में शामिल रहे। नगर के प्रमोद जैन, स्नेह जैन, रितु जैन, आशीष जैन, राकेश जैन, मनोज जैन, पंकज जैन, उषा जैन, अर्पिता जैन, सार्थक जैन, अंकित जैन, सीमा जैन, निशि जैन, पुष्पा जैन, पूजा जैन, श्रेया जैन, रैना जैन, रेणू जैन, रीमा जैन, सवीता जैन, डोली जैन, उमा जैन, स्वीटी जैन, सारिका जैन, ख्याति जैन, सुनील जैन, अखलेश जैन, नितिन जैन आदि ने सुबह मंदिर में पहुंचकर पूजा की और णमोकार मंत्र का जाप किया।